महंगाई की मार से परिवारों ने अब खर्चों में कटौती शुरू की

ऑनलाइन सर्वे में मिली जानकारी, कपड़े, पर्यटन, रेस्टोरेंट के खर्च पांच प्रतिशत भी नहीं

नई दिल्ली (ब्यूरो)। महंगाई की वजह से शहरी लोगों ने अपने खर्चों में कटौती करना शुरू कर दी है और इसका सबसे ज्यादा असर ईंधन, कपड़े, पर्यटन और रेस्टॉरेंट के खर्च पर दिखाई दे रहा है। 33 फीसदी लोग मान रहे हैं कि महंगाई बहुत बढ़ गई है, वहीं घरेलू उत्पाद बनाने वाली हिंदुस्तान लीवर कंपनी ने कहा कि थोक महंगाई चौदह प्रतिशत रहने के कारण अब यह घरेलू सामान की कीमतें लगातार बढ़ती रहेंगी।

बाजार को लेकर सर्वे करने वाली निजी एजेंसी यूगोव ने एक हजार से अधिक लोगों को लेकर ऑनलाइन सर्वे किया। इसमें आई जानकारी के अनुसार बताया गया कि छह माह के दौरान लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण 66 फीसद लोगों ने अपने खर्चों में कटौती करना प्रारंभ कर दी है। इसमें कपड़े और रेस्टॉरेंट पर खर्च पांच फीसद भी नहीं है। ईंधन पर भी खर्च होने वाले पैसे को कम किया गया है, वहीं 33 फीसद लोगों ने माना कि महंगाई अत्यधिक बढ़ गई है, कटौती के कारण भी कई खर्चे रोकना पड़ रहे हैं।

दूसरी ओर घरेलू सामान साबुन, पेस्ट, तेल सहित अन्य सामान बनाने वाली हिंदुस्तान लीवर के सीएमडी ने अपने शेयर होल्डरों को वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि इस समय एफएमसी की कंपनियां सबसे कठिन दौर से गुजर रही हैं। कच्चे माल की कीमतों में आया उछाल और चौदह प्रतिशत थोक महंगाई में मुनाफे का दौर समाप्त कर दिया है। ऐसे में कंपनी को अब कीमतें बढ़ाने के अलावा कोई भी सहारा नहीं रहा है। कंपनियां सत्तर प्रतिशत उत्पाद छोटे पैकिंग के आधार पर बाजार में बेचती हैं।

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