सिंधिया की सूची अब जिला प्रभारियों को मिली कई समीकरण बिगड़ेंगे

सबसे ज्यादा उम्मीदवार इंदौर में मांगे

भोपाल/उज्जैन (रामचंद्र गिरि)। एक ओर जहां संभागीय स्तर पर बैठकों के बाद नगर परिषद, नगर पंचायत और नगरीय निकाय के पार्षद उम्मीदवारों को लेकर चयन की स्थिति लगभग पूरी हो चुकी थी, परंतु कल अचानक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की हर जिले में पांच से सात उम्मीदवारों की सूची जिला प्रभारियों को पहुंचा दी गई है। साथ ही यह भी ताकीद दी गई है कि इस सूची के नामों को उम्मीदवारी की सूची में शामिल करना ही है। इस सूची के कारण कई जिलों में भाजपा संगठन में हड़कंप की स्थिति बन गई है। भोपाल, उज्जैन और इंदौर के अलावा ग्वालियर, जबलपुर में भी सिंधिया की सूची के नाम अब शामिल किए जाएंगे। सबसे ज्यादा नाम इंदौर से दिए गए हैं।

जैसे-जैसे निकाय चुनाव में नामांकन भरने का समय करीब आ रहा है, वैसे-वैसे भाजपा में बड़ी उथल-पुथल दिखाई दे रही है। भाजपा की चयन समिति की बैठकों में पहले से ही उम्मीदवारों को लेकर बड़ी खींचतान मची हुई है। नामांकन भरने की अंतिम तारीख पहले चरण में 18 जून है। इसके पहले सूची जारी करनी है। इसे लेकर पिछले दिनों भोपाल में हुई बैठक में उम्मीदवारों के चयन को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। पूर्व में ही तीन बार से अधिक चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों को दरकिनार किए जाने का निर्णय लिया जा चुका है। दूसरी ओर सूची के अंतिम रूप दिए जाने के पहले ही कल भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के हर जिले में उम्मीदवारों को लेकर सूची दिल्ली से पहुंची है। इसमें लगभग हर जिले में पांच से सात नाम दिए गए हैं, जिन्हें उम्मीदवार बनाया जाना है। इसे लेकर भोपाल सहित हर जिले के प्रभारियों को सूची पहुंचा दी गई है। इस सूची के पहुंचने के बाद संगठन स्तर पर बड़ी उथल-पुथल दिखाई दे रही है। उज्जैन में भी कई नामों पर भाजपा में ही बड़ा ऐतराज है तो दूसरी ओर इंदौर के क्षेत्र क्रमांक दो और चार के अलावा पांच में भी सिंधिया समर्थकों के नाम दिए गए हैं। संगठन प्रभारियों के सामने अब यह बड़ा संकट पैदा हो गया है। माना जा रहा है उम्मीदवारों की सूची आने के बाद इस बार भाजपा में बड़े विद्रोह के हालात बन जाएंगे। कई जगहों पर सिंधिया समर्थक उम्मीदवारों का खुला विरोध भी देखने को मिलेगा।

You might also like