पंजाब में ‘आप’ की आंधी
पांच दशकों से अधिक समय तक पंजाब में अकाली कांग्रेस के दबदबे को दरकिनार करते हुए लोगों ने आप को नया विकल्प चुना है। आप ने पंजाब में जीत का नया इतिहास बनाते हुए कांग्रेस अकालियों को काफी पीछे धकेल दिया है। आप की आंधी में दिग्गज अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल, उनके पुत्र सुखबिर सिंह बादल के अलावा मुख्यमंत्री चरणजित सिंह चन्नी को भी लडखड़ा दिया है।
कांग्रेस की उम्मीदों के केन्द्र रहे चन्नी अपने दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों से पीछे चल रहे हैं। वहीं बढ़बोले नवजोतसिंह सिद्धु भी अमृतसर में तीसरे पायदान की लड़ाई लड़ रहे हैं। यही हालात पटियाला से मैदान में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह भी यहां से काफी पीछे चल रहे हैं। पंजाब के नतीजों के रुझान मिलते ही आप के कार्यकताओं ने सड़कों पर जश्न मनाना शुरू कर दिया। इस जीत से आप पार्टी इतनी उत्साहित है कि वह खुद को राष्ट्रीय विकल्प बताने लगी है। यहां पर पिछले 10 साल से कांग्रेस की सरकार बनी हुई थी। अमरेंदरसिंह के बाद यहां पर कांग्रेस को मजबूत करने के सभी प्रयास ओंधेमुंह गिरते हुए दिखाई देने लगे थे। कांग्रेस के बड़े नेताओं का कहना है कि यहां आपसी खींचतान के कारण ही कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।