जमीन पर कब्जे को लेकर दो विभाग आमने सामने
पुरातत्व विभाग ने शिकायत भोपाल भेजी,निगम व प्रशासन पर कब्जे का आरोप
(शार्दुल राठौर)
इंदौर। लालबाग के पीछे कचरा स्टेशन की जमीन पर दावे का विवाद अब भोपाल पहुंच गया है। जिला प्रशासन ने यह जमीन नजूल की बताकर नगर निगम को आवंटित कर दी। जबकि पुरातत्व विभाग यह जमीन उनकी होने का दावा कर रहा है। जब स्थानीय स्तर पर यह विवाद नहीं सुलझ पाया तो इस मामले में दस्तावेज जुटाकर पुरातत्व विभाग ने एक रिपोर्ट तैयार कर भोपाल पुरातत्व विभाग के मुख्यालय भेजी ही और जल्द इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए लिखा है।
इंदौर में लालबाग से जुड़ी 18 एकड़ जमीन के मामले में पुरातत्व विभाग ने भोपाल के मुख्यालय से हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखकर इस मसले को जल्द से जल्द सुलझाने की मांग की है। वर्ष 1987 में उषाराजे ट्रस्ट से पुरातत्व विभाग ने लालबाग पैलेस के पीछे की ओर तकरीबन 18 एकड़ जमीन 65 लाख में खरीदी थी। इसी जमीन में से 4 एकड़ जमीन मध्यप्रदेश हथकरघा उद्योग के अंतर्गत अर्बन हाट के लिए दी गई थी, लेकिन यहां एक तरफ कचरा सब स्टेशन तो दूसरी तरफ शराब की दुकान खुल गई है। पुरातत्व विभाग ने यहां पर प्रशासन पर कब्जे का आरोप लगाया है। जबकि प्रशासन इस जमीन को नजूल की बता रहा है। यह जमीन हस्तांतरित होने पर पुरातत्व विभाग के पास न तो निगम ने राशि जमा कराई है न ही प्रशासन द्वारा राशि का भुगतान किया गया है। इस मसले को सुलझाने के लिए स्थानीय स्तर पर पुरातत्व विभाग की प्रशासन से बातचीत विफल रही है, इसके बाद विभाग ने मुख्यालय से हस्तक्षेप करने के लिए शिकायती पत्र लिखा है।
विवाद की आड़ में अर्बन हाट बाजार में भी कब्जा
18 एकड़ जमीन का विवाद पुरातत्व विभाग और जिला प्रशासन के बीच तो चल ही रहा है, लेकिन इस विवाद की आड़ में पांच करोड़ से अधिक लागत से तैयार अर्बन हाट बाजार में भी कब्जा बढ़ रहा है। यहां आस पास के रहवासियों ने हाट बाजार में जाने के लिए दीवार तोड़कर और सीडी लगाकर कब्जा कर रखा है, वहीं कई कब्जे इस भी है जिन्हे हाट बाजार का निर्माण के दौरान से लेकर अब तक नहीं हटाया गया है। पास में शराब की दुकान ने अनुबंध से ज्यादा जमीन पर शराब बिक्री के साथ अहाता खोल रखा है। इस जमीन पर पुरातत्व विभाग ने अपना दावा बताते हुए जमीन के उपयोग के बदले मिलने वाली राशि का नुकसान होने की बात भी कही है। अर्बन हाट बाजार के लिए दी गई 4 एकड़ जमीन के बदले भी पुरातत्व विभाग को अब तक कुछ नही मिल पाया है। इस विवाद के चलते अर्बन हाट बाजार से कब्जे हटाने की जहमत ना ही प्रशासन उठा पा रहा है न ही नगर निगम।
लालबाग के पीछे की जमीन का इतिहास
लालबाग पैलेस के पीछे की ओर भंवरकुआं तक महाराजा तुकोजीराव द्वितीय के रिकार्ड में दर्ज इस जमीन का सौदा 1987 में पुरातत्व विभाग ने 65 लाख में किया था। इसी जमीन से एक रास्ता भी जा रहा है, जिसके लिए पुरातत्व विभाग की ओर से सहमति भी दी गई थी, लेकिन अर्बन हाट बाजार के लिए जमीन देने के बदले पुरात्व विभाग को जिला प्रशासन से राशि का भुगतान आज तक नही हुआ है।
द्द 18 एकड़ जमीन उषाराजे ट्रस्ट से पुरातत्व विभाग ने खरीदी थी, इस जमीन पर कब्जे और प्रशासन से चल रहे भू अधिकार से जुड़े विवाद की रिपोर्ट भोपाल स्थित पुरातत्व विभाग मुख्यालय भेजकर जल्द मामले को सुलझाने का आग्रह किया है।
– डीपी पांडे,प्रभारी,
लालबाग पैलेस