एक पूरा दशक जिनके अभिनय के नाम रहा
8 जनवरी को सुनहरे युग की ऐसी अभिनेत्री का जन्म दिवस है जिन्होंने अपनी फिल्मी यात्रा बाल्यकाल में ही शुरू कर दी थी, ये है ‘नन्दाÓ, आपका जन्म सन् 1939 में हुआ था, आपके पिताजी ‘विनायक दामोदर कर्नाटकीÓ अपने समय के विख्यात फिल्म निर्माता और निर्देशक थे, जो लता जी के पिताजी पण्डित दिनानाथ मंगेशकर के घनिष्ठ मित्र थे, अभी नंदा केवल आठ वर्ष आयु की थी कि पिताजी का स्वर्गवास हो गया, परिवार पर गंभीर आर्थिक संकट आ गया, तब बालिका नंदा को बाल्यकाल में फिल्मों में अभिनय करना पड़ा, सन् 1948 की फिल्म ‘मंदिरÓ में बेबी नंदा के नाम से सबसे पहले काम किया, काम की प्रशंसा की गयी, इसके बाद – जग्गू, अंगारे, जागृति फिल्मों में बाल कलाकार के रूप मे काम किया।
कुछ बड़ी होने पर फिल्मकार व्ही शांताराम साहब ने फिल्म ‘तुफान और दियाÓ में मुख्य नायिका की भुमिका का अवसर दिया, इसके बाद ‘नंदाÓ अगले 35 वर्षों तक फिल्मों में अभिनेत्री के रूप मे सक्रिय रही, उन्होंने अपने कैरियर में पहले बाल कलाकार, फिर नायिका और फिर चरित्र अभिनेत्री का काम सफलता पूर्वक निभाया। फिल्म ‘छोटी बहनÓ में बहन का रोल निभाते हुए नंदा ने बलराज साहनी और रेहमान को रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का दृश्य किया था, इसे सच मानकर नंदा जी जीवन भर ये भाई – बहन का रिश्ता निभाती रही। सन् 2014 में- नंदा का स्वर्गवास हो गया उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।