नकली नोटों की बरामदगी 190 प्रतिशत बढ़ी

बड़ी तादाद में 500 और 100 के नकली नोट बाजारों में पहुंचे

नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश में 2018 के बाद छापे गए नए नोट को यह कहकर तैयार किया गया था कि इनके नकली नोट नहीं छप पाएंगे। 2000 के नोट में चिप लगी रहेगी, परन्तु ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि देश में नकली नोटों का चलन पहले से 190 प्रतिशत तक बढ़ गया है। पूरे देशभर में 633 लोग नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किए गए हैं। देशभर में बड़ी तादाद में 2000 के अलावा 500 और 100 के नोट भी नकली अब चलन में आ गए हैं। नोटबंदी के बाद नए नोटों में यह संख्या पहली के अपेक्षा और बढ़ गई है।
नेशनल क्राइम रिसर्च ब्यूरो (एनसीआरबी) ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि देश में नकली करंसी की बरामदगी 190 प्रतिशत तक बढ़ गई है। नए नोट छपने के बाद इनमें कोई कमी नहीं आई है, जबकि नोट बंदी के दिन यह ऐलान किया गया था कि इससे देश में कालाधन और नकली नोटों का चलन पूरी तरह बंद हो जाएगा। ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि नए नोटों में भी बाजार 500 और 100 के नोट ज्यादा मात्रा में छप रहे हैं। नए होने के कारण इनमें तेजी से नजर नहीं जा रही है। एनसीआरबी के अनुसार महाराष्ट्र में 111 लोगों को गिरफ्तार कर 24287 नकली नोट पकड़े हैं। जिनकी कुल मूल्य 83.61 करोड़ रुपए बताया गया है। इसी प्रकार पंजाब में 4444 नकली नोट पकड़े गए। जिसमें 35 करोड़ रुपए से ज्यादा के मूल्य के नोट थे। उत्तर प्रदेश में 55 लोगों को गिरफ्तार कर 17877 नकली नोट बरामद किए। जो 38.80 लाख रुपए के बताए जा रहे हैं। गुजरात में भी 32 लोगों को गिरफ्तार कर 20380 नकली नोट बरामद किए हैं, जिनकी कीमत 37.86 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 111 लोगों को गिरफ्तार 24287 नकली नोट जब्त किए हैं। जिनका आंकड़ा 30 करोड़ के पार बताया जा रहा है। इसके अलावा मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में भी बड़ी मात्रा में नकली नोट पकड़े गए हैं। अब तक 633 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और 2 अरब रुपए से ज्यादा के नकली नोट बाजार से जब्त किए हैं। इस मामले में बैंक अधिकारियों का कहना है कि नकली नोटों की बरामदगी केवल 2 प्रतिशत ही हो पाती है। वह भी जब वे ऐसे केन्द्र पर पहुंचते हैं जहां उनकी जांच हो रही हो। इसी दौरान नकली नोट चलाने वाले पकड़े जाते हैं। बैंक अधिकारियों के अनुसार पूरे देशभर में अब नकली नोट भरपूर चलन में आ गए हैं। इसमें खासकर 500 और 100 के नोट है ही, 2000 के नोट कम है। क्योंकि उसे जांचने के लेकर और लेनदेन को लेकर ग्राहक और दुकानदार भी पूरी नजर रखते हैं। एक आंकलन के अनुसार अब पूरे देशभर में लगभग 6 अरब से ज्यादा के नकली नोट बाजार में पहुंच चुके हैं।

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