आधी रात महाकुंभ में भगदड़, 24 की मौत, कई लापता!

Stampede in Mahakumbh at midnight, 24 dead, many missing!
Stampede in Mahakumbh at midnight, 24 dead, many missing!

प्रयागराज। महाकुंभ में आधी रात को अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग सोए हुए थे, उन पर गिर पड़े जिसके कारण 24 लोगों की मौत हो गई वहीं कई लापता बताए जा रहे हैं। 30 हजार से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं वहीं रेलों में भी भारी धक्का-मुक्की हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपात बैठक बुलाई है वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी तीन बार योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। अभी भी कई लोगों के शव पड़े हुए हैं।

मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते 24 लोगों की मौत होने की खबर है वहीं 15 से ज्यादा लोग हताहत भी हुए हैं। कई लोगों के बिछुडऩे की भी खबर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि त्रिवेणी पर स्नान की जिद न करें जहां स्थान मिले वहां स्नान करें। उधर सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का ऐलान किया है। यह ऐलान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ है और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़े ने स्नान न करने का फैसला लिया है। अखाड़े के वहां जाने से स्थिति और भी बिगड़ सकती थी। kumbh mela accident

महाकुंभ में भगदड़ की खबर है। 15 लोग हताहत हुए हैं और कुछ को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके पर मुस्तैद प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव का काम शुरू किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मेले में मची भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़े ने स्नान जुलूस रोक दिया है। कुछ फिलहाल अखाड़े स्नान के लिए नहीं निकले हैं। अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक पीएम मोदी ने हादसे की जानकारी सीएम योगी से ली है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के एलान के बाद महानिर्वाणी अखाड़ा अपना जुलूस बीच रास्ते से ही वापस लेकर छावनी लौट आया वहीं जूना अखाड़े ने भी अपना जुलूस छावनी में वापस बुला लिया। हादसे की सूचना मिलने के बाद अंजलि अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशनंद गिरि भी साथ छावनी पहुंचे।

महाकुंभ में भगदड़ में हुई मौतों पर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी रो पड़े। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि कुंभ की सुरक्षा को आर्मी के हवाले किया जाए, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। प्रशासन पूरी तरह फेल साबित हुआ है। प्रशासन सिर्फ वीआईपी की जी हुज़ूरी में लगा रहा। इसके अलावा उन्हें कुंभ से कोई मतलब नहीं है। किसी का बेटा चला गया तो किसी का बाप चला गया। पिछले स्नान के बाद ही हमने प्रशासन को सचेत किया था।

हालात सुधरते ही अखाड़ों के अमृत स्नान शुरू

मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का एलान किया था। यह एलान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से किया। हालांकि, अब खबर है कि हालात सामान्य होते ही सभी अखाड़े अमृत स्नान कर सकते हैं। इसके अलावा अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ है और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़े ने स्नान न करने का फैसला लिया है, जिसके बाद अखाड़ों का अमृत स्नान जारी है।

source – agency

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