रुपया जर्जर… 85.81
मुंबई (ब्यूरो)। रुपया अब डॉलर के मुकाबले लगातार गिरने के बाद बेहद दयनीय स्थिति में आ गया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मनमोहनसिंह इसी रुपये को डॉलर के मुकाबले 58 रुपए पर छोड़कर गए थे। आज रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर 85 रुपए 81 पैसे के मुकाम पर पहुंच गया है। इससे लग रहा है कि इसी साल रुपया 86 के मुकाम को पार कर जाएगा।
एक ओर जहां अमेरिकी डॉलर हर दिन प्रधानमंत्री के ट्रंप के आने से पहले ही मजबूत होता जा रहा है वहीं रुपया एशिया की सबसे कमजोर मुद्रा के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। रुपया लगातार हर दिन रिकॉर्ड स्तर पर गिरता जा रहा है। उल्लेखनीय है कि रुपये को डॉलर के मुकाबले 82 से 83 रुपए तक पहुंचने में 10 माह का समय लगा तो 83 से 84 रुपए के स्तर को छूने में 11 माह लगे और अब 85 से 86 रुपए के स्तर को छूने में मात्र 2 माह का समय ही लगा है। indian rupee falling
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रुपये को बचाने के लिए अभी तक रिजर्व बैंक 55 अरब डॉलर बाजार में फूंक चुका है, परंतु रुपया लगातार गिर रहा है। कल भी आधी रात रिजर्व बैंक को हस्तक्षेप कर रुपये को ज्यादा गिरने से बचाने के प्रयास किए गए। इधर सरकार ने विदेशों में रह रहे भारतीयों को ज्यादा ब्याज देने का लालच देकर डॉलर जमा कराने का आग्रह भी किया है। रिजर्व बैंक विदेशों से जमा कर रहे पैसों पर टैक्स मुक्त भी कर रही है और ब्याज भी ज्यादा देने के लिए बता रही है। रेटिंग एजेंसी नोमुरा का कहना है कि रुपया अभी और तेजी से गिरेगा। आने वाले एक माह में यह 90 रुपए के नए स्तर पर पहुंच जाएगा। इससे अब आयात महंगाई देश में तेजी से बढऩा प्रारंभ हो जाएगी।