पेशाबघर का कब्जा हटाकर रात में ही निगम ने फिर किया निर्माण
दिन में राजनीतिक दबाव में नहीं हुई थी कार्रवाई, भवन अधिकारी निलंबित
इन्दौर। जेल रोड पर नगर निगम के पेशाबघर को तोड़कर कब्जाकर दुकान बनाने और बेचने के मामले में कल आयुक्त ने सख्त कार्रवाई करते हुए जहां पहले संबंधित झोन के भवन निरीक्षक और झोनल अधिकारी को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया वहीं कब्जा करने वाले सोम मार्केटिंग के संचालक के खिलाफ थाने में एफआइआर करवाने के निर्देश भी दिये। कल दिन में ही निगम का रिमूवल अमला कार्रवाई करने पहुंचा था मगर राजनीतिक दबाव के चलतेे अमला बिना कार्रवाई के ही लौट आया था। रात को निगम ने फिर पेशाबघर बना दिया।
शहर में सरकारी संपत्तियों पर ही अब लोग कब्जा करने लगे हैं। प्रशासन, निगम और पुलिस का खौफ भी नहीं बचा है। जमीनों पर कब्जाकर कॉलोनी काटना, मकान, दुकान पर कब्जा करना, बेचना, ग्रीन बेल्ट पर प्लॉट काटना जैसे मामलों के बाद अब निगम के पेशाबघर पर भी कब्जा किया जाने लगा और इसे तोड़कर दुकान बनाने का मामला कल हुआ।
झोन क्रमांक 3 के तहत जेल रोड पर कल दिन में पेशाबघर पर कब्जे को हटाने के लिए रिमूवल अमला पहुंचा था मगर राजनीतिक दबाव के कारण कर्मचारी लौट आए थे। दिन में ही आयुक्त शिवम वर्मा ने बैठक में इस मामले में जब अधिकारियों से पूछा तो कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया और तत्काल भवन निरीक्षक और झोनल अधिकारी धीरेंद्र बायस को निलंबित करने के साथ सीटीपीटी के सुपरवाइजर की सेवा समाप्ति के आदेश दे दिये।
इधर कोई भी नेता इस मामले में बाद में कुछ भी बोलने या कार्रवाई रूकवाने नहीं आया। निगम ने शाम को दुकान का शर्टर तोड़कर यहां रात में ही पेशाबघर का निर्माण कर दिया और सार्वजनिक मूत्रालय भी लिख दिया। इंजीनियर राज ठाकुर ने रात में निर्माण कार्य पूरा करवाया। कब्जा करने वाले सोम मोर्केटिंग के संचालक के खिलाफ आयुक्त ने एफआईआर करवाने के निर्देश भी दिये।