हिंडनबर्ग का एक और धमाका, सेबी चीफ माधबी पुरी ने सफाई में ही आरोप स्वीकारे
फिर दागे नए सवाल, विपक्ष ने जेपीसी बनाकर जांच कराने की मांग की
नई दिल्ली। शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग के आज ताजा हमले के बाद अब सेबी चीफ माधबी पुरी बुच बुरी तरह से फंस गई हैं। आज भी हिंडनबर्ग ने नए सवाल दागते हुए दावा किया कि उन्होंने खुद ही अपनी सफाई में आरोपों को कुछ हद तक स्वीकार कर लिया है। यानी वे मान रही हैं कि आरोप सही है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि उनके बयानों से बरमूडा/मॉरीशस में उनके निवेश की पुष्टि भी होती है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने बीते शनिवार को मार्केट रेग्युलेटर सेबी की चेयरपर्सन मधबी पुरी बुच पर अपनी रिपोर्ट पब्लिश करने के बाद एक बार फिर हमला बोला है. हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट पर सेबी चीफ की प्रतिक्रिया के जवाब में नई पोस्ट करते हुए लिखा, बुच के जवाब से साफ है कि उन्होंने हमारी कई बातों को स्वीकार किया है। Another blast from Hindenburg
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गौरतलब है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर रविवार को अपना स्पष्टीकरण देते हुए सेबी चीफ माधबी पुरी बुच ने कहा था कि हमें किसी भी फाइनेंशियल डॉक्युमेंट का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। माधबी पुरी बुच की इस सफाई पर हिंडनबर्ग ने आज नई पोस्ट शेयर कर कहा कि मार्केट रेग्युलेटर सेबी चीफ के इस बयान पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर ने कहा कि सेबी प्रमुख बुच की हमारी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया कई महत्वपूर्ण सवाल खड़े कर रही है और बताती है कि उन्होंने कई बातों को स्वीकार किया है। adani group
हिंडनबर्ग ने अपने एक्स अकाउंट पर अपनी पोस्ट में लिखा कि व्हिसलब्लोअर डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि बुच ने सेबी के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में काम करते हुए बिजनेस करने के लिए अपने पर्सनल ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया। यही नहीं, उन्होंने इसके लिए अपने पति के नाम का भी इस्तेमाल किया। अमेरिकी शॉर्ट सेलर की ओर से बीते 25 फरवरी 2018 को भेजे गए एक ई-मेल का जिक्र भी किया. इस दौरान हिंडनबर्ग ने फिर से सवाल खड़ा किया कि आधिकारिक पद पर रहते हुए माधबी पुरी बुच ने अपने पति के नाम से और कौन से इन्वेस्टमेंट या बिजनेस किए हैं?