भूमाफिया धर्मेंद्र जैन ने रूकवा दी सहकारिता विभाग की एफआईआर!

विकास अपार्टमेंट हाउसिंग सोसायटी की श्रीनाथ पैलेस कॉलोनी मामले में धर्मेंद्र जैन राजेश बगथरिया और विकास जैन पर होना है कार्रवाई

Land mafia Dharmendra Jain got the cooperative department's FIR stopped!
Land mafia Dharmendra Jain got the cooperative department’s FIR stopped!

इंदौर। शहर के कुछ भूमाफिया कितना रसूख रखते हैं उसका उदाहरण विकास अपार्टमेंट गृह निर्माण संस्था में हुए कार्यों को देखकर समझा जा सकता है। ये माफिया मनमर्जी से किसी को भी सदस्य बना लेते हैं और जमीन भी बेच देते हैं। जब इन पर कार्रवाई की बात आती है तो ये उसे रोकने में भी सक्षम हो जाते हैं। बॉबी छाबड़ा, दीपक मद्दा, चिराग शाह जैसे नामी भूमाफियाओं पर सरकार का चक्र चला, लेकिन धर्मेंद्र पिता कन्हैयालाल जैन का तिलस्म अभी तक बरकरार है।

कुछ दिनों पहले सहकारिता विभाग ने इस भूमाफिया के साथ राजेश पिता लक्ष्मण बगथरिया और विकास जैन पर पुलिस प्रकरण दर्ज कराने की तैयारी की थी, लेकिन मामला आगे बढ़ता उसके पहले ही रूकवा दिया गया। बताते हैं कार्रवाई रूकवाने के पीछे धर्मेंद्र जैन का हाथ है। इस कॉलोनी में पात्र सदस्यों के लिए 800 से ज्यादा भूखंड है, लेकिन धर्मेंद्र जैन और विकास जैन के कब्जे वाली इस संस्था में सरकार की ही नहीं चल रही है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहकारी संस्थाओं के पात्र सदस्यों को प्लॉट देने का वादा तो कर चुके हैं, लेकिन माफियाओं के हाथ से चल रहे सिस्टम ने दम तोड़ दिया है।

विकास अपार्टमेंट की श्रीनाथ पैलेस कॉलोनी को देखकर तो कुछ ऐसा ही लग रहा है। 800 से ज्यादा प्लॉट्स वाली इस संस्था में लगभग 200 गैर सदस्यों को प्लॉट्स दे दिए गए हैं। यही नहीं एक ही परिवार के दो या उससे ज्यादा सदस्यों को प्लॉट दिए गए जो सरकारी रिकॉर्ड में नामजद भी है। बात यदि धर्मेंद्र जैन की करें तो उनके खुद के नाम पर चार प्लॉट्स बताए जा रहे हैं। संस्था की 1.87 एकड़ की कृषि भूमि की रजिस्ट्री भी धर्मेद्र जैन के नाम पर बताई जा रही है।

Also Read – Breaking News: वल्लभ नगर मार्केट तोड़कर 9 मंजिला इमारत बनाएगा निगम

इसमें संस्था के अवैधानिक रूप से अध्यक्ष बने विकास जैन की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। बिना निर्वाचन के अध्यक्ष पद संभालने वाला यह भूमाफिया आज भी सहकारिता विभाग में अपनी चाल चल रहा है। बचा हुआ काम विदेश से हुई फंडिंग से किया जा रहा है, जिसमें ब्रिटेन निवासी राजेश पिता लक्ष्मण बगथरिया प्रमुख है।

राजेश बगथरिया ने भी श्रीनाथ पैलेस में बड़ी जमीन खरीदी है जो संस्था के सदस्यों के हिस्से की है। इन तीनों के खिलाफ ही सहकारिता विभाग के उपायुक्त ने प्रशासक जी.एस. परिहार को पुलिस प्रकरण दर्ज कराने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन परिहार एफआईआर कराने में रुचि ही नहीं दिखा रहे हैं। बताते हैं उन्हें देवी अहिल्या हाउसिंग सोसायटी के सदस्यों की सूची देखने से ही फुर्सत नहीं मिल रही है।

लेनदेन के लगे आरोप
सदस्यों का कहना है परिहार इस महत्वपूर्ण काम को टालने के लिए कुछ लेनदेन कर चुके हैं। इन सदस्यों का यह भी कहना है हम पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी करेंगे, क्योंकि हमें प्रधानमंत्री पर विश्वास है कि वे ऐसे भूमाफियाओं के दबाव में नहीं आएंगे।

जल्द करेंगे आंदोलन
जल्द ही इस संस्था के पीड़ित सदस्य अपना आंदोलन शुरू करने वाले हैं ताकि धर्मेंद्र जैन जैसे बड़े भूमाफिया पर भी कार्रवाई हो। सदस्यों का तो यह भी कहना है कि धर्मेंद्र जैन के अन्य संस्थाओं में भी प्लॉट्स या जमीन मिल जाएंगे।

परिहार के कॉल डिटेल्स चेक करना जरूरी है
विकास अपार्टमेंट के पीड़ित सदस्यों का कहना है कि शासन की टीम को जीएस परिहार के कॉल डिटेल्स चेक करना चाहिए। जब उन्हें धर्मेंद्र पिता कन्हैयालाल जैन, विकास जैन और राजेश पिता लक्ष्मण बगथरिया पर पुलिस प्रकरण दर्ज कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने निर्देश दिए तो फिर वे इस निर्देश की अनसुनी क्यों कर रहे हैं।

You might also like