शहर में मातम… सांसद भोपाल में बढ़ा रहे मंच पर शोभा

आमजन के साथ अपने ही समाज के कठघरे में लालवानी

Weeds in the city… MP is enhancing the stage in Bhopal
Weeds in the city… MP is enhancing the stage in Bhopal

इंदौर। गुरुवार को एक मंदिर की बावड़ी में हुई हृदय विदारक घटना ने पूरे शहर को हिला दिया है। शुक्रवार को मौत का आंकड़ा 36 पहुंच गया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्वयं शुक्रवार को इंदौर पहुंच गए और संवेदना व्यक्त करने के साथ ही खुद गमगीन नजर आए। पूरा शहर गमगीन हो गया। बाजार तक बंद रहे।

हर घर-दुकान, चौराहों पर इस संबंध में चर्चा रही लेकिन इसके उलट सांसद शंकर लालवानी अपने ही समाज के कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल पहुंच गए। जबकि उनके सिंधी समाज के लोग भी इस घटना में मौत के शिकार हो गए हैं। भोपाल में सिंधी समाज के कार्यक्रम में इंदौर से पांच हजार समाजजनों को शामिल होना था, लेकिन सभी ने एकमत होकर से निर्णय लिया और कार्यक्रम में नहीं गए, लेकिन सांसद लालवानी वहां न केवल पहुंचे बल्कि मंचासीन होकर बड़े नेताओं के ईदगिर्द घूमते रहे।

यहां तक की मुख्यमंत्री इंदौर आए, तब सांसद शंकर लालवानी भोपाल पहुंच गए थे। अब वे समाज के कठघरे में तो खड़े हो ही गए। वहीं शहर में भी चर्चा का विषय बन गए की जब पूरा शहर गमगीन है तो लालवानी को इतने महत्वपूर्ण पद पर आसीन होने के बाद जाना जरूरी था? अब लालवानी द्वारा की गई इस शर्मनाक हरकत पर वे समाज के निशाने पर आ गए हैं। सिंधी समाज के एकमात्र सांसद का तमगा लगाने वाले सांसद अब अपने ही समाजजनों के निशाने पर आ गए हैं।

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भोपाल में आयोजित शहीद हेमू कालानी स्मृति समारोह में सिंधी समाजजनों और पंचायत ने इस भयावह हादसे के कारण शामिल नहीं होने का निर्णय लिया था। क्योंकि सबसे ज्यादा सिंधी समाजजन ही इस हादसे का शिकार हुए थे, लेकिन लालवानी शहर में इस दर्दनाक हादसे को छोड़ राजनीति करने भोपाल पहुंच गए, जिसका खामियाजा उनको खुद के समाज में तो उठाना पड़ेगा।

वहीं शहर में हुई किरकिरी को सुधारने में बड़ा समय लगेगा। इस मंदिर के कर्ताधर्ता उन्हीं से जुड़े हैं और लालवानी का संरक्षण भी इस अवैध निर्माण में मिलता रहा है। ऐसी आमचर्चा भी बनी हुई है। ऐसे में लालवानी को इस हादसे के बाद तो इस कार्यक्रम से दूरी बनानी थी। सांसद शंकर लालवानी हमेशा राजनीतिक विवादों में घिरे ही रहते हैं। अब इस गंभीर मामले में उलझ गए हैं।

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