अडाणी को बिहार में पॉवर प्लांट के लिए एक रुपये में एक हजार एकड़ जमीन

नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक गौतम अदानी की कंपनी अदानी पावर लिमिटेड को बिहार सरकार ने थर्मल पावर प्लांट लगाने के लिए यह जमीन 25 सालों के लिए लीज़ पर दी है। लेकिन भागलपुर जिले के पीरपैंती में इस जमीन को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है। यह जमीन अब सियासी मंचों पर चर्चा का विषय बन चुकी है। इन आरोपों पर अदानी समूह ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

फरवरी 2025 में बिहार सरकार ने नए सिरे से भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट लगाने की परियोजना प्रस्तावित की थी। राज्य सरकार ने तय किया कि यह थर्मल प्लांट टैरिफ बेस्ड कॉम्पिटिटिव बिडिंग (यानी बोली की प्रक्रिया) के जरिए लगाया जाएगा। 16 जुलाई 2025 को ऑनलाइन नीलामी में बिजली बेचने के लिए अदानी पावर लिमिटेड ने सबसे कम कीमत यानी 6.075 रुपये (छह रुपये, साढ़े सात पैसे) प्रति किलोवाट-घंटा की बोली लगाकर यह प्रोजेक्ट अपने नाम किया। अदानी पावर लिमिटेड के बिड जीतने के करीब 20 दिन बाद यानी 5 अगस्त 2025 को बिहार राज्य कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (अदानी पावर लिमिटेड) को कऱीब एक हजार एकड़ जमीन सिर्फ एक रुपये सालाना किराए की दर पर देने का निर्णय लिया गया। यह ज़मीन अदानी पावर को 25 सालों के लिए लीज़ पर दी गई है। यहां पर लगे हजारों पेड काटे जाने को लेकर भी विरोध शुरू हो गया है।Adani

कैसे मिला थर्मल प्लांट
-फरवरी 2025 में बिहार सरकार ने थर्मल पावर प्लांट लगाने की परियोजना प्रस्तावित की।
-प्लांट के लिए टैरिफ बेस्ड कॉम्पिटिटिव बिडिंग करवाई गई।
-राज्य सरकार ने बिहार स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लि. को नोडल एजेंसी बनाया।
-जून 2025 में बिडर्स को आवेदन देने का आमंत्रण जारी किया गया।
-30 मई 2025 तक टेंडर प्रक्रिया में चार कंपनियों से बोलियां प्राप्त हुई।

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