4000 छोटी कंपनियां भी बंद होने की तैयारी में

सात ऑटो मोबाइल कंपनियों के सामान समेटने के बाद

नई दिल्ली। फोर्ड कंपनी के बंद होने से जहां 10 हजार से अधिक कर्मचारी और 400 से अधिक शोरूम बंद हो रहे हैं वहीं कन्सोर्टियम ऑफ इंडियन एसोसिएशन के मुखिया के.ई. रघुनाथन ने दावा किया कि इसके बाद 4000 और छोटी कंपनियां भी इसी साल बंद होने जा रही हैं। सभी घोर आर्थिक संकट से गुजर रही हैं।
अमेरिका की ऑटो मोबाइल कंपनी फोर्ड ने देश से अपना सामान समेटना शुरू कर दिया है। इसके चलते हजारों नौकरियों पर तलवार लटक रही है। दूसरी ओर इंडियन एसोसिएशन के कन्वीनर रघुनाथन ने कहा कि 4000 से अधिक छोटी कंपनियां भी इस साल कारोबार से बाहर हो जाएंगे। दूसरी ओर कई और कंपनियां दीवाला कानून के तहत अदालत की शरण में जा रही हैं। इन कंपनियों ने आवेदन भी लगा दिए हैं। इनमें बैंकों का अरबों रुपया कर्ज के रूप में उलझा हुआ है। पिछले पांच साल में विदेश से आई ऑटो मोबाइल की हर्ले डेविडसन, फियेट, मॉनपोरालिस्ट, जनरल मोटर्स, युनाइटेड मोटर्स जैसी सभी कंपनियां भारत छोड़ चुकी है। अब कई और कंपनियां अपना कामकाज समेट रही हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर दिखाई देगा। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी कई कंपनियों ने अपने पंजीयन रद्द करवा दिए हैं। हीरो सायकल ने भी अपने कामकाज को समेट लिया है। दूसरी ओर बड़े उद्योगों को दिए गए टेक्स की छूट का लाभ भी आम आदमी को नहीं मिला है। ना ही इसके कोई आंकड़े भी अभी तक जारी हो पाए हैं।

 

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