बाणगंगा में जहरीली शराब से 4 लोगों की मौत के बाद भी अधिकारी हिला नहीं पाए थाना प्रभारी को

हत्या सहित कई मामले अभी भी नहीं हो पा रहे हैं उजागर, लूटपाट का अड्डा बन गया थाना

इंदौर। बाणगंगा क्षेत्र में जहरीली शराब कांड में कई लोगों की मौत को अभी डेढ़ माह भी नहीं हो पाया है, कई लोग जहरीली शराब से बीमार भी रहे, इसके बाद भी इंदौर के एक भी पुलिस अधिकारी की हिम्मत नहीं हुई कि टीआई बाणगंगा राजेन्द्र सोनी पर कोई कार्यवाही की सोच सके। राजेन्द्र सोनी इतने ताकतवर है कि वे अधिकारियों के तबादले कराने का माद्दा रखते हैं। लाखों रुपए की अवैध उगाई का अड्डा बन चुका है बाणगंगा थाना। प्रभारी मंत्री से भी उनके रिश्तों की विभाग में बड़ी चर्चा है और इसीलिए जब दूसरे जिलों में हुए जहरीली शराबकांड में थाना प्रभारी सबसे पहले हटाए गए। इसके बाद भी बाणगंगा थाना प्रभारी पर हाथ डालने की हिम्मत कोई नहीं कर पाया।
जांच में सामने आया कि बाणगंगा थाना क्षेत्र के सपना बार और एरोड्रम थाना क्षेत्र के एक बार में यह शराब सप्लाई हो रही थी और यहीं से रुपयों के लालच में बेची जा रही थी। शराबकांड सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक ने दावे किए थे कि इन मामलों में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई करने के साथ ही जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी, परन्तु अभी तक इस मामले में कार्रवाई की हिम्मत इंदौर के आईजी और डीआईजी भी नहीं जुटा पाए। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में चार स्थानों पर जहरीली शराब के मामले में थाना प्रभारियों पर कार्रवाई हुई, लेकिन बाणगंगा थाने के टीआई ने राजेंद्र सोनी पर कोई कार्रवाई नहीं होने से यह तय हो गया कि वे अपनी कितनी ताकत रखते हैं। वे रुपए के बल पर भी इंदौर में पिछले 15 सालों से अलग-अलग थानों पर पदस्थ रहे हैं। दरअसल गत दिनों शहर में जहरीली और नकली शराबकांड का मामला सामने आया था। बाणगंगा थानांर्गत सपना बार और एरोड्रम के एक अन्य बार में शराब पीने के बाद युवकों की तबियत बिगड़ी और चार मौत का शिकार हो गए। इस कांड को लेकर दावे किए जा रहे थे कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के मंदसौर, इंदौर सहित चार शहरों में जहरीली शराब के मामले सामने आने के बाद जहां चार थाना प्रभारियों पर कार्रवाई की गई और दो जिलों के एसपी को भी हटाया गया, वहीं इंदौर में हरकत में आए पुलिस प्रशासन ने ताबड़तोड़ अवैध और जहरीली शराब बेचने वालों पर शिकंजा कसना शुरू किया। जहरीली शराबकांड की कडिय़ां जोड़ते हुए पुलिस जब आरोपियों तक पहुंची तो पता चला कि बाणगंगा थाना क्षेत्र में अवैध शराब का सबसे बड़ा गिरोह काम कर रहा है। इसके दो लोग अभी भी फरार है।

शराब, जुआ, सट्टा, कालोनी के अवैध धंधे के लिए चर्चित है थाना क्षेत्र
थाना क्षेत्र में जहां लंबे समय से अवैध शराब, जुआ, सट्टा, ब्याज, अवैध कालोनी काटना जैसे धंधे जोरों पर चल रहे हैं, वहीं पिछले एक दो वर्षों में इन धंधों में कुछ तेजी आई और सूत्र बताते हैं कि थाना प्रभारी सोनी के संरक्षण में ही सारे अवैध कारोबार किए जा रहे हैं। वंदावन कालनी में अवैध शराब जहां धड़ल्ले से बिक रही है, वहीं कुशवाह नगर, नंदबाग, गोविंद नगर खारचा, मुखर्जी नगर में भी अवैध शराब, गांजा बिकने के साथ जुआ-सट्टा चलता है, इन सभी जगहों पर पुलिस के कर्मचारी समय-समय पर आते हैं पैसा ले जाते हैं।इसी तरह थाना क्षेत्र के छोटे-बड़े गुंडों से भी पुलिस जवान वसूली करते हैं, जिससे न तो इन्हें गिरफ्तार किया जाता है और न ही उन पर कोई कार्रवाई होती है। गुंडे-बदमाश बेखौफ अपने कामों को अंजाम देते हैं। खास बात यह भी है कि थाना प्रभारी राजेन्द्र सोनी न तो सड़क पर दिखते हैं और न ही आमजनों, व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों से कानूनी व्यवस्था को लेकर चर्चा करते हैं। दो दिन पहले ही पुलिस ने कुशवाह नगर बाजार में मार्च किया था, जिसमें सोनी नहीं थे। कल फिर पुलिस की गाड़ी शाम को यहां से निकली, मगर कोई भी अधिकारी जवान पैदल नहीं दिखा और न ही किसी दुकानदार, व्यापारी से कोई बात की।

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