480 दिन बीते, नहीं बना पाए गौरव व सोनकर कार्यकारिणी…

रणदिवे द्वारा अपनी टीम बनाने के दबाव से कार्यकर्ता नाराज

इंदौर। ९ मई 2020 को भाजपा में नगर व जिले के नए अध्यक्षों के नामों की घोषणा हुई थी। पूर्व नगर अध्यक्ष गोपी नेमा के कार्यकाल के बीच में ही गौरव रणदिवे ने अध्यक्ष बनकर नगर भाजपा को चौंका दिया था, वहीं राजेश सोनकर, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन व संगठन की मदद से जिलाध्यक्ष बने थे, लेकिन गौरव के अध्यक्ष बनने से सभी खेमे हतप्रभ रह गए थे। अब 480 दिन बीत चुके हैं, लेकिन न तो रणदिवे अपनी टीम बना पाए हैं, न ही सोनकर सूची तैयार होने के बाद भी घोषणा नहीं कर पा रहे हैं। कार्यकारिणी गठित नहीं होने के पीछे यह बताया जा रहा है कि रणदिवे अपनी टीम खड़ी करना चाह रहे हैं, जिसके कारण विधायकों के साथ-साथ अन्य बड़े नेताओं में नाराजगी बनती जा रही है, जबकि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद वी.डी. शर्मा अपनी पूरी टीम तैयार कर चुके हैं।
भाजयुमो की प्रदेश कार्यकारिणी टीम गठित होते ही अब नगर व जिले की कार्यकारिणी बनना है। इस पर सबकी नजरें टिक गई हैं, लेकिन एक साल से अधिक समय होने के बाद भी टीम नहीं बना पाने के कारण रणदिवे से अब वो नेता भी दूरी बना रहे हैं, जो टीम में आना चाह रहे थे। प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत से सीधे नियुक्ति करवाकर गौरव ने जहां चौंकाया था, वहीं उनकी कार्यशैली भी अब नेताओं को चौंका रही है। रणदिवे नगर अध्यक्ष बनने के बाद शहर की उन विधानसभा सीटों पर नजरें गड़ाए हैं, जहां उनकी विधानसभा की राह आसान हो जाए, जिसके चलते गुटबाजी के आरोप भी उन पर लगने लगे हैं। युवा मोर्चा के गठन में भी शहर के कई बड़े नेताओं के नाम प्रदेश में नहीं आ पाए हैं। सिर्फ तीन नेताओं को जगह मिली है, जो किसी न किसी के खास रहे हैं। गौरव रणदिवे की टीम में महामंत्री को लेकर पेंच उलझा हुआ है। कार्यकारिणी कब गठित होगी, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। पुरानी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने नगर भाजपा कार्यालय से दूरी बना ली है। वही नेता नजर आते हैं, जो अभी भी इस उम्मीद से हैं कि रणदिवे की टीम में उनको जगह मिल जाएगी। नगर के साथ-साथ जिले की कार्यकारिणी में भी दावेदारों की लंबी फौज थी, लेकिन सोनकर ने सामंजस्य बिठाकर अपनी टीम तो तैयार कर ली है, लेकिन वे भी घोषणा नहीं कर पा रहे हैं। दोनों नेता भोपाल भी हो आए हैं, लेकिन टीम घोषित करने की हरी झंडी कहीं से नहीं मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि संगठन महामंत्री सुहास भगत पिछले दिनों इंदौर थे, लेकिन इसकी जानकारी अध्यक्ष रणदिवे के पास थी, लेकिन भगत न तो पार्टी कार्यालय पहुंचे, न ही किसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रणदिवे पूरे समय उनके साथ रहे। अब मोर्चा टीम बन चुकी है। मोर्चा टीम से बाहर हुए नेता अब नगर कार्यकारिणी में आने की जुगत में लग गए हैं। ऐसे में कई नाम अब विधायक नए सिरे से पहुंचाएंगे तो कार्यकारिणी का पेंच फिर से उलझेगा। हालांकि सभी टीम घोषित होने के बाद यह दावा किया जा रहा है कि सितंबर में टीम घोषित कर दी जाएगी।

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