20 लाख करोड़ से बाजार हुए गुलजार
1427 कंपनियों में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज हुई, टेक्सटाइल, ऑटो, मेटल और आईटी में नौकरियां वापस लौटी
नई दिल्ली (दोपहर आर्थिक डेस्क)। आज पहली तिमाही की विकास दर के आंकड़े जारी हो रहे हैं। ये बता रहे हैं कि इस तिमाही में बाजारों में जमकर कारोबार ने रफ्तार पकड़ी है। चारों एजेंसियों ने विकास दर बीस प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, यानी इन तीन माह में बाजार में बीस लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। दूसरी ओर रिजर्व बैंक ने आज अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए दावा किया है कि 1427 लिस्टेड गैर-वित्तीय कंपनियों की बिक्री में रिकार्ड इजाफा हुआ है। 57 प्रतिशत की बिक्री बढ़ी है, वहीं दूसरी ओर चार क्षेत्रों में नौकरियां वापस आने के साथ ही वेतन भी कुछ हद तक बढ़ गया है। अब केवल पर्यटन और होटल उद्योग में ही रफ्तार आनी है। यदि कोरोना की तीसरी लहर सितंबर में बाजार को रोक नहीं पाई तो अगली तिमाही में त्यौहारों के कारण हर क्षेत्र में तीस लाख करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है।
आरबीआई ने आज अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि पहली तिमाही में भारत में औद्योगिक क्षेत्र के हर सेक्टर में कारोबार में अच्छी वृद्धि देखी गई है। आटो क्षेत्र में 25.5, आई.टी. क्षेत्र में 16.7, मेटल क्षेत्र में 20 प्रतिशत और टेक्सटाइल क्षेत्र में 37.7 प्रतिशत का वेतन में इजाफा देखा गया है। दो साल बाद यह रफ्तार पहली तिमाही में इस बार देखने को मिली है। दूसरी ओर कई कंपनियों की बिक्री में वृद्धि का असर दिखाई पड़ रहा है। पॉवर क्षेत्र में 11.6 प्रतिशत की खपत बढ़ गई है, वहीं एफएमसीजी में 10.6 और संचार में 7.4 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है, वहीं सोलह क्षेत्रों में वेतन भत्तों में बड़ा इजाफा देखा जा रहा है। डूबती अर्थव्यवस्था के बीच यह राहत भरी खबर है। दूसरी ओर आज विकास दर के आंकड़े भी जारी हो रहे हैं, जिसमें चार एजेंसियों ने बीस प्रतिशत विकास दर का अनुमान लगाया है। रिजर्व बैंक ऑफ ने 21.4 प्रतिशत, ब्लूमबर्ग 21 प्रतिशत, एसबीआई 18.4 प्रतिशत और फिंच 19 प्रतिशत की विकास दर बता रहा है। पिछले साल भारत की विकास दर -23 प्रतिशत रही थी, जिसके कारण देश को नौकरियों के साथ बड़ा कारोबारी नुकसान भी उठाना पड़ा था।