पहली तिमाही में विकास दर 20 %
20 लाख करोड़ के कारोबार को लगे पंख
मुंबई (ब्यूरो)। 31 अगस्त को पहली तिमाही के विकास दर के आंकड़े जारी होने जा रहे हैं, जो बता रहे हैं कि इन तीन माहों में अब तक के सबसे तेज रफ्तार से ग्रोथ कारोबार की बड़ी है। विकास दर 20 प्रतिशत होने जा रही है, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकार्ड है। अप्रैल से जून तक की इस तिमाही में कई रिकार्ड तोड़ दिए हैं। यदि कोरोना की तीसरी लहर ने हाथ-पांव नहीं मारे तो दीवाली तक कारोबार को शानदार रफ्तार देखने को मिलेगी। हर कारोबार को तेज गति मिलना तय है।
वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी होने के पहले 100 से अधिक अर्थशास्त्रियों ने बाजार के अध्ययन के बाद अलग-अलग आंकड़े जारी किए हैं। चार बड़ी एजेंसियों ने अपने आंकड़ों में इस बार भारत की विकास दर पहली तिमाही में 20 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है। इसमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार इस तिमाही में 21.4 प्रतिशत विकास दर रहेगी, जबकि ब्लूमबर्ग के अनुसार 21 प्रतिशत रहने का अनुमान है। एसबीआई ने 18.4 प्रतिशत और फिंच ने 19 प्रतिशत विकास दर रहने की बात कही है। अप्रैल से जून के बीच यह सबसे बड़ा रिकार्ड कायम हो रहा है। कोरोना की तीसरी लहर यदि प्रभावी नहीं रही और टीकाकरण कार्यक्रम और तेजी से चला तो दीपावली तक इस बार बाजार को शानदार रफ्तार देखने को मिलेगी। पहली तिमाही की गति दूसरी तिमाही में भी बनी रहेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल की विकास दर -23 प्रतिशत रही थी। इससे 23 लाख करोड़ का कारोबारी नुकसान हुआ था। पहली तिमाही में ही 20 लाख करोड़ के कारोबार को पंख लगे हैं।