बायो डीजल का फर्जीवाड़ा उजागर : एक साथ कई जगह छापे

इंपोर्टेड डीजल बेच रहे हैं बायो डीजल के नाम पर

इंदौर। पिछले दो दिनों में वाणिज्यिक कर विभाग ने बायो डीजल के बड़े फर्जीवाड़े को उजागर किया है। इस मामले में इंदौर और रतलाम सहित कई जगहों पर छापे मारे गए हैं। बायो डीजल पर 18 प्रतिशत टैक्स है, इस समय बायो डीजल के नाम पर गुजरात के कांडला में उतर रहे इंपोर्टटेड डीजल का कारोबार किया जा रहा है। इस काले कारोबार में पुलिस विभाग भी शामिल है। पिछले दिनों बिना अनुमति बायो डीजल बेच रहे कई पंपों को सील कर दिया था। इस समय शहर में डीजल की कुल खपत का 30 प्रतिशत यही डीजल बायो डीजल के नाम से बेचा जा रहा है। वाणिज्यिक कर विभाग के एनटीइवेजन की बी टीम ने यह छापे की कार्रवाई की है, जिसमें अभी जांच जारी है।
लंबे समय से बायो डीजल के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा शहर में जारी है। जिला प्रशासन के आदेश के बाद कई जगहों पर बिना अनुमति चल रहे बायो डीजल के पंप सील किए गए है। अभी भी कोठियों में भरकर यह फर्जीवाड़ा जारी है। पुलिस की जानकारी में ड्रमों में भरकर इसे बेचा जा रहा है। इसके लिए बकायदा रात को नंबर दिए जाते हैं और अगले दिन बायो डीजल उनके यहां पहुंचा दिया जाता है। बायो डीजल पर 18 प्रतिशत टैक्स है। इसकी भी बड़ी चोरी बड़े पैमाने पर हो रही है। एक ही बायो डीजल पंप से 6 लाख रुपए रोज का बायो डीजल बेचा जा रहा था। बायो डीजल में 6 से 20 प्रतिशत तक वास्तविक डीजल मिलाना होता है। परन्तु इस समय इंदौर और आसपास कांडला से इंदौर में इंपोर्टटेड डीजल जो 50 रु. लीटर के लगभग पड़ रहा है, इसमें अन्य डीजल मिलाकर इसे बायो डीजल के नाम पर बेचा जा रहा है। केमिकल जांच करवाई जाए तो सारी स्थिति साफ हो जाएगी। इंदौर में डीजल की बड़ी खपत है, मुख्य डीजल से बायो डीजल 30 रु. सस्ता होने के कारण इस समय इंपोर्टटेड केमिकल जो डीजल के नाम पर बेचा जा रहा है, इसके भरपूर खपत हो रही है। यह संभव नहीं है कि इतनी बड़ी तादाद में बायो डीजल का उत्पादन किया जा सके। वाणिज्यिक कर विभाग ने हिन्दुस्तान बायोडिजल की चार फर्मों पर और विश्वकर्मा की तीन फर्मों पर एक साथ छापे की कार्यवाही की है। एक अनुमान के अनुसार एक करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी का मामला यह मिलेगा। दूसरी ओर कांडला से इंदौर लाकर बेचे जा रहे इंपोर्टटेड डीजल का मामला भी उजागर होगा। यह इंदौर में हुए पुराने पेट्रोलियम घोटाले से बड़ा घोटाला निकलेगा। तात्कालीन कलेक्टर मनोज श्रीवास्तव के टाईम पर उजागर हुए पेट्रोलियम घोटाले में एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी का मामला उजागर हुआ था। कांडला से इंदौर के अलावा कई और जगह भी यह डीजल खपाया जा रहा है। वाणिज्यिक कर विभाग ने यह सारे दस्तावेज जब्त कर लिए है। अभी भी शहर में बायो डीजल के नाम पर यह केमिकल ड्रमो में भरकर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।

24 लाख की कर चोरी इलेक्ट्रानिक में पकड़ाई
वाणिज्यिक कर विभाग की एनटीइवेजन की ए टीम ने राजबाड़े के हर्ष सेल्स पर छापे की बड़ी कार्रवाई कर 24 लाख से ज्यादा की कर चोरी पकड़ी है।

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