अब मध्यप्रदेश से सोनोवाल या फिर महिला राज्यसभा में भेजी जाएगी…?

लंबे समय से संगठन महिला को लेकर कर रहा है तैयारी

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी में इस बार राज्यसभा के लिए किसी महिला को भेजने पर गंभीरता से विचार चल रहा है। लंबे समय से मध्यप्रदेश में महिला नेतृत्व समाप्त होने की स्थिति में आ गया है। जबकि मध्यप्रदेश की राजनीति में बड़े परिवर्तन के लिए महिला राजनेताओं को ही आगे रखा गया। कांग्रेस की सरकारें पलटने में राजमाता सिंधिया से लेकर उमा भारती तक की बड़ी भूमिका रही। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर सुमित्रा महाजन ने अपनी पहचान कायम की परंतु अब मध्यप्रदेश में महिला राजनेताओं में सशक्त नाम की तलाश है। भोपाल की सांसद प्रज्ञासिंह मापदंडों पर प्रभावी नहीं रही यह उनका आखरी चुनाव होगा। इसके बाद उषा ठाकुर हिंदूवादी चेहरा थी परंतु वे भी भाजपा में अपनी पहचान को बरकरार नहीं रख सकी। दूसरी ओर राज्यसभा की दौड़ में शामिल भाजपा के कई नेताओं को इस बार भी दौड़ से बाहर ही रहना होगा। इस बार आसाम के मुख्यमंत्री रहे और केंद्र में मंत्री बने सर्वानंद सोनोवाल मध्यप्रदेश से राज्यसभा में जाएंगे या फिर कोई महिला को ही भेजा जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि उत्तरप्रदेश चुनाव को देखते हुए भी इस बार राज्यसभा में उमा भारती की वापसी की हालत बन सकती है क्योंकि उत्तरप्रदेश में कल्याणसिंह के राजनीति से दूर हटने के बाद लोधी नेतृत्व लगभग समाप्त हो गया है। ऐसे में उमा भारती को मध्यप्रदेश से राज्यसभा में लेकर उन्हें उत्तरप्रदेश में काम सौंपा जा सकता है। दूसरी ओर अर्चना चिटनीस भी राज्यसभा की दौड़ में अभी शामिल हैं। खंडवा लोकसभा चुनाव के लिए नंदकुमारसिंह चौहान के पुत्र को ही उम्मीदवार बनाया जा रहा है। इसके अलावा यहां पर किसी ओर का नाम नहीं है। अर्चना चिटनीस पूर्व में मंत्री रह चुकी है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में महिला नेतृत्व ने हमेशा भाजपा को ताकत दी है। ऐसे में लंबे समय से एक बार फिर महिला नेतृत्व ही राज्यसभा में भेजने पर विचार हो रहा है। हालांकि भाजपा के ही कई दिग्गज नेता राज्यसभा में जाने के लिए लंबे समय से प्रत्यनशील है। पार्टी उषा ठाकुर के हिंदूवादी चेहरे से विशेष प्रभावित नहीं हो पाई है और इसी कारण अब वे प्रदेश की राजनीति में ही बनी रहेगी।
आ सकता है सामाजिक क्षेत्र से नया नाम….
अपनी सामाजिक समरसता को लेकर भाजपा हमेशा नया करती रहती है और उसके दिग्गज नेता समाज के सबसे अंतिम पंक्ति के घर भोजन करने जाकर यह संदेश भी देते है इन दिनों भाजपा संगठन राज्यसभा में किसी महिला को भेजने को लेकर सामाजिक क्षेत्र में भी काफी सक्रियता दिखा रहा है और किसी सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय महिला व्यक्तित्व यदि प्रदेश से राज्यसभा में चले जाए तो कोई आश्चर्य ना किजिए।

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