प्रदेश में एक जिले की कमान अब महिला अधिकारियों के पास होगी
इंदौर भी प्रयोग के जिलों की सूची में शामिल, 15 अगस्त को ऐलान
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अब किसी एक बड़े जिले की पूरी कमान पूरी तरह महिला अफसरों को देने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। प्रदेश में महिलाओं को सम्मान देने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए हरीझंडी दे दी है। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन के अलावा चार ओर जिलों का चयन इसके लिए किया गया है। इसके पूर्व विदिशा और दतिया में सहयोग से ऐसा हो चुका था जिसके बेहतर परिणाम मिले थे। 15 अगस्त को मुख्यमंत्री इसका ऐलान भी कर सकते हैं।
आने वाले 15 अगस्त तक मध्यप्रदेश के किसी एक जिले को प्रयोग के तौर पर प्रशासन चलाने के लिए महिला अधिकारियों की स्थापना की जावेगी। जिले में कलेक्टर, एसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी महिलाएं ही होंगी। यह सुझाव मंत्री समूह की बैठक में दिया गया था। जिस पर मुख्यमंत्री ने सहमति दे दी है। इससे महिलाओं के प्रति अपराधों में कमी लाने में मजबूती आयेगी। इस सुझाव को प्रयोग के तौर पर अमल में लाया जाएगा। यदि सरकार इसमे सफल रही तो अन्य जिलों में भी महिला अफसरों को जिले की जिम्मेदारी देने का अभियान शुरु किया जाएगा। इसके पूर्व उच्च पदों पर महिला अधिकारी पदस्थ हो चुकी है लेकिन अब सभी पदों पर महिला अफसरों को कमान सौंपी जाएगी। पश्चिम रेलवे ने पूरा एक रेलवे स्टेशन महिला अधिकारियों को दे रखा है, जहां बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।
सकारात्मक संदेश- संस्कृतिऔर पर्यटन विभाग मंत्री उषा ठाकुर नेकहा कि यह सही है कि सकारात्मक संदेश देने के लिए मंत्री समूह की बैठक में महिला अफसरों को किसी बड़े जिले में पदस्थ करने का सुझाव मुख्यमंत्री को दिया था उन्होंने इस पर सहमति दे दी है। अब इस पर जल्द अमल किया जाएगा।