राफेल के शेयरों में बड़ी गिरावट
अमेरिका में बाजार उछले तो भारत में औंधे मुंह गिरे

मुंबई। जेनेवा में यूएस और चीन के बीच हुए व्यापारिक समझौते ने अमेरिकी शेयर बाजार में रौनक ला दिया है। अमेरिकी शेयर बाजार में जमकर उछाल आया है। इधर फ्रांस में राफेल बनाने वाली कंपनी द असाल्ट एविएशन के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इसका मुख्य कारण भारत-पाक युद्ध में बेहतर प्रदर्शन नहीं है। वहीं आज मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। बाजार खुलते ही निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए हैं। 800 अंकों की गिरावट के साथ बाजार में काम शुरू हुआ।
कल चीन और अमेरिका ने ऐलान किया कि वे अगले 90 दिनों के लिए एक दूसरे के ऊपर लगाए गए टैरिफ में कटौती करेंगे। इस ऐलान के बाद अमेरिका और चीन के बाजारों में रौनक लौटी। अब अमेरिका और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक समझौते और चीन के साथ टैरिफ पर बनी सहमति ने अमेरिकी शेयर बाजार में नया जोश ला दिया है. एसएंडपी 500 और नैस्डेक ने इसके बाद अपने घाटे की भरपाई कर ली है।
शेयर बाजार में एक दिन की तेजी के बाद आज भारी गिरावट दिख रही है। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में 900 अंक से अधिक की गिरावट आई है जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 24,700 अंक से नीचे चला गया। सन फार्मा में 3 फीसदी से अधिक तेजी आई है जबकि स्विगी में 7 फीसदी से अधिक गिरावट आई है।
सुबह 9.32 बजे सेंसेक्स 933.81 अंक यानी 1.13 फीसदी गिरावट के साथ 81,496.09 अंक तक लुढक़ गया था। इससे बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये गिरकर 432.35 लाख करोड़ रुपये रह गया। सेंसेक्स के शेयरों में इन्फोसिस, इटरनल, कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर गिरावट के साथ खुले। इनमें दो फीसदी तक की गिरावट रही। फूड एग्रीगेटर कंपनी स्विगी के शेयरों में भारी गिरावट दिख रही है। बीएसई पर यह 6.4 फीसदी गिरावट के साथ 300 रुपये से नीचे आ गया। यह 297 रुपये तक लुढक़ गया।
रुपया भी 50 पैसे टूटा
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद घरेलू मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 49 पैसे या 0.57 फीसदी बढक़र 85.89 पर पहुंच गई। इस बीच, डॉलर इंडेक्स 0.23 फीसदी गिरकर 101.56 पर आ गया।