Sulemani Chai: हज की गाड़ी मे रफ्तार की कमी…बिल को लेकर बत्ती गुल..

हज की गाड़ी मे रफ्तार की कमी…
हज कमेटी मप्र से हाजियो को कोई ख़ास राहत नहीं मिल रही है, रफत की टीम दूसरे साल भी किराया दरो मे कमी करा पाने मे असफल रही है, मप्र से हज का किराया पिछले साल भी महाराष्ट्र, गुजरात से ज़्यादा था जिसे लेकर हाजियो ने विरोध किया था। दूसरे साल भी हालत वही की वही है, इसलिए इस बार मप्र से फ्लाइट ना के बराबर जा रही है। साथ ही इंदौर मालवा का सेंटर है। यहाँ से सिर्फ दो ही फ्लाइट जा रही है, दूसरी तरफ हाजियो की तरबियत से लेकर, टिकाकरण, और रवानगी आने के इंतज़ाम मे अपनी टीम के साथ जिला अध्यक्ष राशिद शेख जान लगा रहे है, जो तारीफ के मुस्तहिक है, ये बात अलग है कि लगी लगाई दुकान पर रोटी राम, बाटी राम नेता भी अपना सामान बेच लेते है।
बिल को लेकर बत्ती गुल..
वक्फ बिल को लेकर जहाँ पूरे देश मे मुस्लिम समाज पार्टी की हदे छोडक़र विरोध दर्ज करा रहा हैं, वहीं प्रदेश के कुछ बड़े नेताओं के मुँह में इस मसले को लेकर दही की जमावट जारी है, प्रदेश की राजधानी से आरिफ मसूद जहाँ बिल का खुल कर विरोध कर रहे है, वही भोपाल के दूसरे मुस्लिम विधायक आतिफ अकील की आवाज बंद है। मसला वक्फ की जमीन का है, प्रदेश कांग्रेस भी खमोश है,वही इंदौर मे भी सिर्फ एमआईएम जमकर विरोध कर रही है, बाकी शहर के कांग्रेसी मुस्लिम पार्षद और काजी साहब का इस मसले को लेकर गला खराब है, हां दो नम्बर काजी साहब को बत्ती गुल पर आखऱी कुछ घंटो पहले अपनी ख़ामोशी का एहसास हुआ तो बेचारे कुछ तो बोले।एक नंबर वाले तो खुद डायमंड गार्डन की चमक मे अपनी बत्ती गुल करा बैठे है और बीजेपी के वक्फ कार्यक्रमों मे टाइम से पहुंच रहे है, जिसके इनाम मे वे डायमंड की चमक से रोशन हो रहे है।इसी के साथ एक जमीन बचाने वाले जिला अध्यक्ष शोले के ठाकुर बने हुए है।
बीजेपी के मंडल मे पारिवारिक कमंडल…
हमेशा कांग्रेस पर परिवारवाद का इल्जाम लगाने वाली भाजपा की इंदौर इकई मे एपीजे अब्दुल कलाम मण्डल की कार्यकारिणी परिवारवाद की भेंट चढ़ गई। जिनमे कुछ निठल्ले नेताओं ने अपने बेटों को मण्डल के कमंडल मे जगह दिलवाई। उस्मान के ज़ोएब तो दिखलोट राजाबाबू है साथ टीम भी रखते है पर नौशाद तो बेचारे कुर्शी लगाने का काम भी ठीक नहीं कर पाते हैं। अब्बा को बार बार बोलना पड़ता है,अमन तो अपनी दुनिया के मस्त मौला है इनको पद मिलने से मोर्चा के असल कार्यकत्र्ता को निराशा हाथ लगी है, साथ मे छोले भटूरे भी जगह पा गए, इस बार मण्डल मे भी पैसों का बोल बाला दिख रहा है, इस बात का विरोध खुद पूर्व मण्डल महामंत्री ने किया कि जो पहले वार्ड अध्यक्ष है और खुद ही मण्डल महामंत्री भी बन गए। यानि खुद ही जज, खुद ही गवाह, अब अंजमे गुलिस्ता क्या होगा।
दुमछल्ला,
अपनों पे करम गैरो पे सितम…
हाल ही मे इंदौर की बड़वाली चौकी पर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ पुतला दहन मेें हो सकता है किसी शरारती ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा बुलंद किया हो, लेकिन ज़ब पूरा कार्यक्रम ही पाकिस्तान के खिलाफ था तो ये बात इतनी बड़ी नहीं कि कंग्रेसी पार्षद को जेल भेजा जाए, दूसरी तरफ उस पुतला दहन में बीजेपी के नेता कमाल खान, रेहान शेख, और अमान मेमन भी मौजूद थे, तो उन पर कार्रवाही क्यों नहीं की गई। अब साहब सुलेमानी ठियों पर चर्चा तो है, कि कर गया मंछ वाला और पकड़ा गया दाढ़ी वाला।
मेहबूब कुरैशी
९९७७८६२२९९