नगर निगम ने एक साल में साढ़े 43 हजार चालान बनाए
2.5 करोड़ वसूले, सबसे ज्यादा 1.18 करोड़ की वसूली गंदगी फैलाने वालों के 15,200 चालान से हुई
इंदौर। इंदौर नगर निगम के द्वारा स्वच्छता के हालात को बनाए रखने के लिए वर्ष 2024 में 43,545 चालान बनाकर 2.5 करोड़ रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की है। इसमें सबसे ज्यादा चालान गंदगी फैलाने वालों के बनाए गए, जो लोग गंदगी फैलाते हैं उनके 15,200 चालान बनाए गए और उनसे 1.18 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूल किया गया।
नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि शहर में स्वच्छता के हालात को कायम रखने के लिए नगर निगम द्वारा लगातार जनजागरण का अभियान चलाया जाता है। इस अभियान के अंतर्गत नागरिकों से स्वच्छता की स्थिति बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की जाती है। निगम की ओर से नागरिकों को कचरा घर-घर से संग्रहण करने के लिए आने वाली गाड़ी में ही देने के लिए कहा जाता है। इसके साथ ही पॉलिथीन की थैली का उपयोग नहीं करने, चाहे जिस स्थान पर गुटका अथवा पान नहीं थूकने, खुले में यूरिन नहीं जाने और कचरे को नहीं जलाने के लिए भी जनजागरण किया जाता है। इसके बावजूद जब नागरिक नहीं मानते हैं तो नगर निगम द्वारा ऐसे मामलों में हर जोनल कार्यालय पर तैनात अपने स्वच्छता कर्मचारियों के माध्यम से चालान बनाने की कार्रवाई की जाती है। संबंधित व्यक्ति का चालान बनाने के साथ उससे जुर्माने की राशि भी वसूल की जाती है।
जोन सात में सबसे ज्यादा
वर्मा ने बताया कि वर्ष 2024 में नगर निगम के द्वारा कुल 43,545 चालान बनाए गए। इन चालान में ऑन द स्पॉट फाइन करते हुए नगर निगम द्वारा 2.5 करोड़ रुपए की राशि वसूल की गई है। इसमें निगम के जोन क्रमांक 7 में सबसे ज्यादा 2,839 चालान बनाए गए और वहां से 12.91 लाख रुपए की राशि वसूल की गई। यदि राशि के हिसाब से देखें तो जोनल कार्यालय क्रमांक 13 में सबसे ज्यादा 23.38 लाख रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है। वहां पर 2,484 चालान बनाए गए।
उन्होंने बताया कि इस पूरे साल में नगर निगम के द्वारा गंदगी फैलाने वाले लोगों के 15,200 चालान बनाए गए। इन लोगों से जुर्माने के रूप में 1.18 करोड़ रुपए की राशि वसूल की गई। पॉलिथीन की थैली का उपयोग किए जाने के 13,895 चालान बनाए गए। इन चालान में निगम द्वारा 55 लाख रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है। सड़क पर थूकने वाले लोगों के 6, 507 चालान बनाए गए और उनसे 7.81 लाख रुपए वसूल किए गए। खुले में यूरिन करने वाले 1,840 लोगों का चालान बनाकर उन पर 1.80 लाख का फाइन किया गया। इस अवधि में निगम द्वारा कचरा जलाने के 46 मामले पकड़े गए और उन पर करीब 23,000 रु का फाइन किया गया। अन्य कार्य के चलते हुए निगम द्वारा 3,600 चालान बनाए गए, जिसमें 40 लाख रुपए का फाइन किया गया।
अभियान जारी रहेगा
निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि नगर निगम द्वारा स्वच्छता के मामले में किसी भी स्तर पर कोई समझौता नहीं करने का फैसला लिया गया है। हमारी कोशिश है कि नागरिकों में ही स्वच्छता का संस्कार इतना बेहतर तरीके से हो कि कहीं कोई उल्लंघन करने जैसी स्थिति नहीं बने। इसके बावजूद भी यदि कहीं कोई उल्लंघन होता है तो ऐसी स्थिति में नगर निगम के द्वारा चालान बनाने का अभियान निरंतर जारी रखा जाएगा।