जब जिराती को मेंदोला ने गले लगाया …
पंचायत चौराहे की
14 अगस्त की शाम पाटनीपुरा पर देशभक्ति की बड़ी महफिल जमी थी। एक शाम देश के नाम, कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और पार्षद जीतू जिराती सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं का जमावड़ा था। हमेशा की तरह विजयवर्गीय और जिराती ने देशभक्ति के गीत गाकर समां बांध दिया था, लेकिन आखरी गाने ने तो सोशल मीडिया पर धूम मचा दी। विजयवर्गीय, मेंदोला, जिराती और हरिनारायण यादव ने जब आपस में हाथ पकड़कर ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे गीत गाने लगे तो मौजूद लोग तो झूमे ही, लेकिन इसके बाद छोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे, की लाइन पर जिराती ने मेंदोला की तरफ इशारा किया तो मेंदोला उनको गले लगाने से रोक नहीं पाए। बस फिर क्या था दोस्ती पर राजनीति के तीर चल गए।
पटवारी समर्थकों के निशाने पर सलूजा
कांग्रेस से भाजपा में आए नरेंद्र सलूजा प्रदेश प्रवक्ता बन गए, लेकिन सोशल मीडिया वार में भाजपा के कामों की तारीफ कम और कांग्रेस के नेता ज्यादा निशाने पर रहते हैं। पहले कमलनाथ थे तो अब जीतू पटवारी निशाने पर आ गए हैं और कांग्रेस पर वार को सलूजा ने अंदरखाने का नाम दिया है। अब पटवारी समर्थक भी सोशल मीडिया पर कह रहे हैं कि एक माननीय को अंदरखाने की खबर रखने का शौक है। तेरी खबर भी है चिंता मत कर प्यारे ।(तनख्वा वाले)
धार और सतना मिलने से
विजयवर्गीय विरोधी गदगद ….
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के धार और सतना का प्रभारी मंत्री बनाने से विजयवर्गीय विरोधी राहत की सांस ले रहे हैं। अब विजयवर्गीय को धार जैसी जगह केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर और कद्दावर नेता विक्रम वर्मा को साथ लेकर चलना चुनौती है। वहीं सतना में बड़े नेताओं से भिडऩा है। कहा तो ये भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सब मजबूत जगह अपने हाथ में ही रखी है और विरोधी गदगद हैं।
अनुभव का फायदा सिंह को….
कलेक्टर आशीष सिंह को निगम कमिश्नर रहने का अनुभव काम आ रहा है और उसका फायदा आम जनता को मिल रहा है। कलेक्टर सिंह इंदौर की राजनीतिक तासीर से वाकिफ हैं और यहां के जादूगरों से भी। अब कलेक्टर रहते हुए सिंह सबको साधते हुए जनता के हित के काम करके आमलोगों की तारीफ पा रहे हैं लेकिन भूमाफिया के साथ बड़े 2 नंबरी काम करने वाले उनके निशाने पर आ गए हैं। कहने वाले तो ये भी कह रहे हैं कि अगर निगम उनके अनुभव का फायदा उठाए तो शहर की ये दुर्दशा न हो।
कांग्रेस की फजीहत करा रहे कांग्रेसी….
पहले कैलाश विजयवर्गीय के गांधी भवन जाने और कांग्रेसियों द्वारा उनका स्वागत करने की आग बुझी भी नहीं थी कि अब मुख्यमंत्री मोहन यादव के आगे हाथ जोड़े खड़े नेता दीपू यादव और रमेश यादव उस्ताद ने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। सारे कांग्रेसी आलाकमान को सफाई देते फिर रहे हैं लेकिन सफाई हो नहीं रही है। इतने विरोध के बीच सुरजीत सिंह चड्ढा अब नई कार्यकारिणी भी बना पाएंगे की या बिना कार्यकारिणी के अध्यक्ष बनकर विदा हो जाएंगे…ये भी चर्चा है। ( विनोद भारद्वाज )