सरकारी महकमों पर 75 करोड़ संपत्तिकर बकाया

वसूली के लिए अब चलेगा अभियान, अधिकांश खाते कार्यालयों के

75 crore property tax outstanding on government departments
75 crore property tax outstanding on government departments

इन्दौर। शहर में संपत्तिकर वसूली के लिए नगर निगम निजी संपत्तिधारकों पर तो सख्ती करता है, मगर सरकारी महकमों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। अब वसूली के लिए अभियान चलेगा और पैसा लिया जाएगा। अधिकारिक जानकारी के अनुसार 3200 खातों में 75 करोड़ रूपये वर्षों से बकाया है। अधिकांश बकायादारों में कार्यालय हैं जहां अधिकारी, कर्मचारी हर दिन बैठकर काम करते हैं।

चालू वित्तीय वर्ष में अब तक करीब 280 करोड़ रूपये कुल राजस्व आया है। वसूली के लिए सभी झोन के अधिकारी, कर्मचारी बकायादारों को नोटिस दे रहे हैं और संपत्तिकर के साथ जलकर, कचरा शुल्क वसूल कर रहे हैं। सरकारी कार्यालय, आवास व अन्य परिसर पर भी संपत्तिकर बकाया है। अपर आयुक्त राजस्व अभिलाष मिश्रा ने बताया कि 3200 खाते ऐसे हैं जो सरकारी विभागों के हैं। इन पर 75 करोड़ रूपये लेना है।

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एआरओ को निर्देश दिये गये हैं कि पहले नोटिस दिये जाएं और फिर राशि जमा न होने पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाए। इसी तरह निजी संपत्तियों पर बकाया राशि भी वसूली जाए, जिसमें बड़े बकायादार पहले लिये जाएं। इसमें 50 लाख से 1 करोड़ रूपये के बकायादार शामिल हैं। चार माह में निगम को करीब 280 करोड़ का राजस्व मिला है जो पिछले साल से इस समय तक 8 से 10 प्रतिशत अधिक हैं।  दिसंबर में पोर्टल बंद होने के बाद वसूली नहीं हो पाई थी और निगम को राजस्व का भारी नुकसान हुआ था। झोनों सहित मुख्यालय पर कई बकायादार ऐसे भी पहुंचे थे जिन्होने पहले टैक्स जमा कर दिया और उन्हें फिर नोटिस भेज दिया गया। करदाताओं से राशि जमा होने की रसीद भी मांगी जा रही थी। इन्हीं मामलों में हर दिन करदाताओं सहित कर्मचारियों को भी परेशानी होती थी। indore nagar nigam

बिना सरचार्ज दिसंबर तक वसूली अभियान

बीते वर्ष 800 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था। मगर पोर्टल बंद होने से वसूली लक्ष्य अनुरूप नहीं हो पाई थी। निगम अब स्वयं का पोर्टल बनवा रहा है। अगले साल से पोर्टल चालू होने की बात कही जा रही है। जल्द ही कंसल्टेंट नियुक्त होगा और पोर्टल के लिए काम शुरू होगा। हर झोन में व्यासायिक खातों के बड़े बकायदारों को पहले लिया जा रहा है जिससे निगम को एकमुश्त पैसा मिलता है। इसके अलावा छोटे खातों के साथ घरेलु खातों से भी वसूली की जाएगी। दिसंबर तक निगम बिना सरचार्ज के वसूली के लिए अभियान चलाया जाएगा।

 

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