तेल अवीव/वॉशिंगटन। हमास-इजरायल युद्ध के 22 दिन हो गए। देर रात युद्ध रोकने के लिए प्रस्ताव पास हुआ जिसमें 120 देशों ने पक्ष में वोट डाले, लेकिन भारत समेत 45 देशों ने वोटिंग में भाग नहीं लिया। अब ऐसा लगता है कि हमास-इजरायल की जंग महायुद्ध में बदलेगी। अभी तक युद्ध में 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है वहीं 20 लाख से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिन्हें ढंग से उपचार भी नहीं मिल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि युद्ध दोनों देशों को पतन की ओर ले जा रहा है।
इजरायल और हमास की जंग में अब तक गाजा में सात हजार से ज्यादा मौतें हो गई हैं. इजरायल ने बीते 24 घंटों में गाजा में हमास के 250 ठिकाने नष्ट कर दिए हैं. अब यह युद्ध सिर्फ इजरायल और हमास के बीच नहीं है. पूरे संकेत मिल रहे हैं कि अब यह युद्ध महायुद्ध में तब्दील होने जा रहा है। इजरायल की सेना गाजा की सीमा में दाखिल हो चुकी है. इजरायल ने गाजा पर हमले तेज कर दिए हैं. गाजा से सामने आ रहे वीडियो में भारी बमबारी की आवाजें सुनी जा सकती हैं. लेकिन ईरान, सीरिया, जॉर्डन जैसे देशों ने इजरायल को खुली चुनौती दे दी है. इजरायल को इस हमले का खामियाजा भुगतने की चुनौती दी है. गाजा की जमीन पर इजरायल के घुसने पर ईरान ने खामियाजा भुगतने की धमकी दी है. ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लहानिया ने कहा है कि अगर इजरायली सरकार गाजा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार को जारी रखेगी तो इसकी आग से अमेरिका भी नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि मैं अमेरिकी सरकार से कहना चाहता हूं जो फिलिस्तीन में नरसंहार की देखरेख कर रहे हैं. हम क्षेत्र में युद्ध नहीं चाहते लेकिन अगर गाजा में नरसंहार जारी रहा तो अमेरिका भी इस आग से नहीं बचेगा. अमेरिका शांति और सुरक्षा के लिए काम करें ना कि लोगों को जंग की आग में झोंकने के लिए। ईरानी सेना की ग्राउंड फोर्स ने मध्य इस्फहान प्रांत में दो दिवसीय सैन्य ड्रिल शुरू की है. इस ड्रिल में थलसेना की इन्फेंट्री, बख्ताबंद वाहन, मिसाइल, आर्टिलरी, ड्रोन शामिल हैं। इस ड्रिल के दौरान सेना की यूनिट्स अपने हथियारों और उपकरणों की क्षमताओं का आकलन करेंगी. कहा जा रहा है कि यह ड्रिल अमेरिका की किसी तरह की हरकत पर उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भी की जा रही है.
बेहद खराब हालात में 20 लाख से ज्यादा लोग
वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र आईसीईएफ के कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने भी कहा है कि संयुक्त राष्ट्र ढ्ढष्टश्वस्न का गाजा में अपने सहयोगियों से संपर्क टूट गया। उन्होंने भी कहा कि हमने गाजा में अपने सहयोगियों के साथ संपर्क खो दिया है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि गाजा में 20 लाख से अधिक लोगों की मानवीय स्थिति अकल्पनीय परिणामों के साथ पतन का सामना कर रही है। इजरायल और हमास की जंग शुरू हुए शनिवार को 22वां दिन है. इस बीच इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) और वायुसेना ने गाजा पट्टी पर हमले तेज कर दिए. गाजा में शुक्रवार आधी रात को भारी बमबारी की गई. इस हमले में व्हाइट फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल की बात कही जा रही है.
हमास का दावा है कि गाजा में मोबाइल और इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है. इससे पूरे संकेत मिल रहे हैं कि गाजा पर इजरायल का जमीनी हमला अगले चरण में प्रवेश कर रहा है. इजरायल ने गाजा के स्थानीय इलाकों में गोलाबारी तेज कर दी है. हमास इजरायली सेना को गाजा में दाखिल होने से रोकने के लिए एड़ी-चोटी तक का जोर लगा रहा है. गाजा के रिहायशी इलाकों पर इजरायल के ताजा हमले में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई है. गाजा में इजरायली हमले में संचार व्यवस्था ठप हो जाने पर अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों ने चेतावनी दी है।
भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन द्वारा प्रस्तुत एक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान से दूरी बना ली. इस प्रस्ताव का मकसद गाजा में “तत्काल, टिकाऊ और निरंतर मानवीय संघर्ष विराम” का आह्वान करना तो था लेकिन इसमें आतंकी कृत्य को अंजाम देने वाले समूह हमास का कोई उल्लेख नहीं किया गया था. इसी कारण भारत ने इस मसौदा प्रस्ताव पर मतदान करने से दूरी बना ली। भारत ने वोटिंग से बनाई दूरी : मसौदा प्रस्ताव में गाजा पट्टी में निर्बाध मानवीय पहुंच का भी आह्वान किया गया था और इसे बांग्लादेश, मालदीव, पाकिस्तान, रूस और दक्षिण अफ्रीका सहित 40 से अधिक देशों द्वारा समर्थन दिया गया था. भारत के अलावा, वोटिंग से दूरी बनाने वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, जापान, यूक्रेन और यूके शामिल रहे.