Indore News: दशहरा मैदान के किराये में हो रहा है बड़ा फर्जीवाड़ा

कलेक्टर बदलते ही बदल गई वर्गफीट की दरें, लाखों की हेराफेरी

Indore News: Big fraud is happening in the rent of Dussehra ground
Indore News: Big fraud is happening in the rent of Dussehra ground

इंदौर। शहर के पश्चिमी क्षेत्र के सबसे बड़े मैदान में जिला प्रशासन के बैठे अधिकारी लाखों नहीं करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। दशहरा मैदान को विभिन्न संगठनों के अलावा मेला लगाने से लेकर सर्कस लगाने वाली कंपनियों को यह जिला प्रशासन के तहसील कार्यालय से वर्गफीट की दर पर किराये से दिया जाता है।

यहीं पर सांठगांठ से हर आयोजन में लाखों रुपये का चूना प्रशासन को लग रहा है जबकि इसे किराये पर दिये जाने को लेकर गजट नोटिफिकेशन२४ सितंबर २०२० में स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि उक्त जगह वर्गफीट के आधार पर बाजार मूल्य का आधा प्रतिशत की राशि लेकर देय होगा। पटवारी यहां समझौते में बड़ी रकम हजम कर रहे हैं। dussehra maidan indore

पिछले दो सालों में अलग अलग संगठनों और आयोजकों को दिये गये दशहरा मैदान को लेकर जब जानकारी खंगाली गई तो यहां लाखों रुपये की अवैध कमाई का कामकाज सामने आया। अभी दशहरा मैदान के ८० हजार वर्गफीट जगह को दुबई सिटी$ के संजय अडसपुरकर को आवंटित किया गया है। इसके लिए आयोजकों से मात्र १८ लाख ४३ हजार ८६८ रुपये लिये गये। किस आधार पर लिये गये यह गणित समझाने में पटवारी सफल नहीं हो पाये।

विधान के अनुसार २४ सितंबर २०२० के गजट नोटिफिकेशन के पृष्ठ क्रमांक ६५० (१०२) के बिंदु नंबर १२६ पर लिखा गया है कि गोडाउन उपयोग हेतु या अथवा निर्माण सामग्री रखने के लिए यदि लाइसेंस दिया जाता है तो वह लाइसेंस फीस प्रत्येक माह या उसके भाग के लिए भूखंड के बाजार मूल्य का आधा प्रतिशत की राशि के बराबर देय होगा। आंकलन किया जाए तो दशहरा मैदान की गाइडलाइन ४६०९ रुपये प्रति वर्गफीट है। इस आधार पर गाइडलाइन के हिसाब से ८० हजार वर्गफीट भूमि की कीमत ३६ करोड़ ८७ लाख २० हजार रुपये होती है।

Also Read – Shocking: जमीनों के जालसाज चंपू अजमेरा की पत्नी योगिता मुख्यमंत्री से नारी सम्मान ले आई!

इसका १२ प्रतिशत आंका जाएगा तो यह 2 करोड़ ४२ लाख ४० हजार रुपये के लगभग होगा और इसका आधा प्रतिशत किया जाएगा तो ६ प्रतिशत के मान से 1 करोड़ २१ लाख २३ हजार २०० रुपये के लगभग होता है। अब यह जगह समझौते के बाद १८ लाख ४३ हजार ८६८ रुपये में दी गई है। इसके पूर्व वर्ष २०१७-१८ में विजेंद्र सूद को ६० हजार वर्गफीट जमीन मनीष सिंह के कार्यकाल में जब दी गई थी तब साढ़े सात प्रतिशत रुपया आंकलन में निकाला गया था जो २ करोड़ ३० लाख रुपये हो रहा था।

इधर १७-१०-१९ को भी यहां 17 हजार वर्गफीट जमीन साढ़े सात प्रतिशत के हिसाब से पैसा जमा कर ४ लाख ५८ हजार रुपये लगभग में दी गई थी। सवाल उठ रहा है कि क्यापूर्व कलेक्टर के समय पैसा ज्यादा ले लिया गया था या फिर वर्तमान कलेक्टर के समय में यहां पर कुछ अधिकारियों ने सांठगांठ कर बड़ा खेल कर लिया है। dussehra maidan indore

दशहरा मैदान में जमीन देने को लेकर भी पटवारियों द्वारा बड़ा खेल खेला जाता है। यानि किसी को तीस हजार वर्गफीट जमीन किराये पर देनी हो तो उसे 17 हजार स्के.फीट की रसीद देकर तीस हजार वर्गफीट की जमीन पर कामकाज करने की अनुमति दे दी जाती है। ऊपर के पंद्रह हजार वर्गफीट का किराया पटवारी से लेकर तहसीलदार तक बंटता है। यह कहना है पटवारियों का जो यहां पर जमीन देने के लिए अनुंशसा करते हैं।

You might also like