65 अमरनाथ यात्री अभी भी लापता

15000 को रेस्क्यू कर बचाया, मृतक संख्या 16 हुई

श्रीनगर। अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद 65 यात्री अभी भी लापता हैं जिनकी रातभर से तलाश जारी है वहीं मृतक संख्या 16 हो गई है। 15 हजार से ज्यादा यात्रियों को सेना के जवानों ने रेस्क्यू कर बचाया है। राहत कार्य अभी भी जारी है।


जम्मू-कश्मीर में श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से आई बाढ़ में तीन महिलाओं समेत 15 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। लगभग 48 तीर्थयात्री घायल हुए हैं और लगभग 65 लापता बताए जा रहे हैं। ताजा खबर यह है कि सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वायु सेना भी जुट गई है। अब तक 15000 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। शनिवार सुबह मौसम साफ होने से राहत तथा बचाव कार्य में तेजी आई है। हेलिकॉप्टर की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों कर पहुंचाया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। आईटीबीपी के मुातिबक, कल शाम बाढ़ के कारण पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश तीर्थयात्री पंजतरणी में भेज दिया गया था। अब कोई भी यात्री यात्रा मार्ग पर नहीं है। करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।

कश्मीर में डॉक्टरों की छुट्टियों पर लगी रोक
अमरनाथ हादसे को लेकर कश्मीर स्वास्थ्य निदेशालय ने विभाग में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। निदेशालय ने कहा है कि स्थायी हो या अनुबंध, सभी कर्मचारी अगले आदेश से छुट्टी नहीं लेंगे। सभी अधिकारियों को मोबाइल फोन चौबीसों घंटे ऑन रखने के आदेश दिए गए हैं। उधर, बादल फटने के बाद लगभग पांच हजार सुरक्षा कर्मियों को बचाव कार्य में लगाया गया है।

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