अंतत: सियासत के पीछे से ही निकला चेहरा….

दैनिक दोपहर की खबर पर लगी मुहर

28 मई को ही दोपहर में नए चेहरेे को लेकर खबर प्रकाशित की थी

इंदौर। भाजपा में नया महापौर उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर कई दिनों से बड़े छोटे नेताओ के बीच रस्साकशी चल रही थी लेकिन अंतत: सियासत के बिना संगठन से जुड़ कर काम करने वाले को ही मौका दिया गया । दैनिक दोपहर ने च्च् सियासत के पीछे भी है चेहरे च्च् खबर प्रकाशित कर जो लिखा था वही सच साबित हुआ और उसी नाम पर मुहर लगी जो सियासत से दूर रहकर सामाजिक कार्य कर रहे थे साथ ही उच्च शिक्षित होते हुए शहर की नब्ज को जानते है मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की रणनीति अंतत: सफल रही और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उस पर मुहर लगा दी ।
भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया । नए चेहरे व उच्च न्यायालय में अतिरिक्त महा अधिवक्ता रहे पुष्पमित्र भार्गव अब मैदान में होंगे जिनका मुकाबला कांग्रेस के संजय शुक्ला से होगा। भार्गव सबसे युवा प्रत्याशी होने के साथ संघ के काफी करीबी रहे है संघ का कार्य बाल्यकाल से कर रहे भार्गव युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी रहे वही अनेक दायित्व का निर्वाह करते हुए अपनी उच्च शिक्षा के चलते उच्च न्यायालय में अतिरिक्त महाधिवक्ता रहे। अब भार्गव पहली बार सियासी मैदान में होंगे । जहां उनका राजनीति मे परिपक्व शुक्ला से होगा । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुरू से किसी नए चेहरे की तलाश में थे जिसमें उनको संगठन का भी साथ मिल रहा था चौहान की रणनीति पर वीडी शर्मा व संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की मुहर लगी और भार्गव के नाम पर मुहर लग गई।

प्राधिकरण के बाद अब निगम में चौकाया
राष्ट्रीय संगठन से मिल रहे दिशा निर्देश के बाद भाजपा अब बदल रही है जहां पुराने नेता धीरे धीरे दरकिनार हो रहे है वही नए चेहरे सामने आ रही है जिससे अब लग रहा है नई भाजपा बन रही है इंदौर विकास प्राधिकरण में अध्यक्ष बनने के लिए कई नेता प्रयासरत थे लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने यहां भी चौकाया और संगठन मंत्री रहे जयपालसिंह चावड़ा को अध्यक्ष बना दिया । जिसके कारण कई नेता बंद जुबान नाराज भी हुए थे। कुछ भाजपा कार्यकताओं ने इस नियुक्ति के खिलाफ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी लिखित में शिकायत भेजी थी।

ब्राह्मण वोटो का शुक्ला का समीकरण बिगड़ा
ब्राह्मण समाज को लेकर यह कयास थे कि ये संजय शुक्ला के साथ जायेगे तो भाजपा का नुकसान होगा लेकिन भाजपा ने ब्राह्मण उमीदवार उतार कर शुक्ला का समीकरण बिगाड़ दिया है। हांलाकि अभी भी ब्राहमण समाज का बड़ा वोट बैंक संजय शुक्ला के साथ ही जाएगा।

युवाओ की बड़ी टीम भार्गव के साथ
पुष्पमित्र भार्गव संघ, ए बी वी पी में काम कर चुके है इसलिए उनके पास युवाओ की लंबी फ़ौज है जिसका फायदा उनको मिलेगा साथ भाजपा संगठन के साथ साथ अब अपने स्वयंसेवक के संघ भी मैदान जरूर पकड़ेगा। यह चुनाव पूरी तरह संघ की रणनीति पर ही लड़ा जाएगा।

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