इंदौर के निकट नए अंतरराष्ट्रीय विमानतल के लिए हाटपिपल्या और चापड़ा में भी भूमि का चयन किया

ढाई हजार हेक्टेयर भूमि पर बनना है इंदौर-भोपाल के बीच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा

इंदौर। इंदौर और भोपाल के बीच देश के सबसे बड़े विमानतल को बनाने के लिए मध्यप्रदेश की सरकार और औद्योगिक विकास निगम सहित कई अधिकारी जुट गए हैं। अभी तक नए विमानतल के लिए पांच जगहों पर जमीनें तलाशी गई है। इसमें सीहोर के अलावा हाटपिपल्या और चापड़ा भी शामिल हैं। अभी इंदौर सहित मध्यप्रदेश में 11 विमानतल हैं। इसमें दो अंतरराष्ट्रीय होने के साथ छह छोटे विमानतल भी काम कर रहे हैं। विमानतल के लिए ढाई हजार हेक्टेयर जमीन का चयन किया जाना है।
औद्योगिक विकास निगम के सूत्रों के अनुसार पिछले एक माह से अधिकारियों ने जिन जमीनों के दस्तावेजों को खंगाला है उसमें सीहोर से लेकर हाटपिपल्या के पास चापड़ा तक पांच जमीनों का चयन किया गया है। इसमें सीहोर, आष्टा, सोनकच्छ, देवास के पास बरोठा के अलावा हाटपिपल्या के पास चापड़़ा में भी जमीनें देखी गई है।
इन्हें चिन्हित कर लिया गया है। इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री की सहमति के बाद ही होगा। इन जमीनों के चयन के साथ यह भी देखा जा रहा है कि सड़क मार्ग से यात्रियों को आने में कितना समय लगेगा। चूंकि अंतरराष्ट्रीय विमानतल होने के कारण इंदौर-भोपाल से यहां लोगों को आना होगा। विमानतल के लिए नेशनल हाईवे और फोरलेन सड़क का भी सर्वे किया जा रहा है। दूसरी ओर विमानतल के ऐलान के बाद इस क्षेत्र में जमीनों के भाव में अच्छी खासी वृद्धि हो गई है। यदि यह विमानतल समय पर निर्मित होता है तो बड़ी तादाद में रोजगार के अलावा कारोबार के भी नए मार्ग खुलेंगे। वहीं आवासीय क्षेत्र भी बेहतर तरीके से बनाए जा सकेंगे।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.