अतिक्रमण की चपेट में बीआरटीएस की सर्विस रोड
मिक्सलेन में जाने को मजबूर वाहन चालक ,मामला भंवरकुआं से राजीव गांधी चौराहे के बीच का
इंदौर।
भंवरकुआ से लेकर राजीव गांधी चौराहे तक बीआरटीएस की मिक्सलेन पर ट्रैफिक हमेशा गुत्थमगुत्था रहता है। बावजूद इसके यहां न तो यातायात विभाग ध्यान देता है और न ही नगर निगम अतिक्रमण हटाता जिससे यहां की सर्विस रोड पर खाने पीने की दुकानें लग गई है। वाहन चालक सर्विस रोड से निकल नही पाते है इसलिए मिक्सलेन में रांग साइड आवाजाही करते है। जिससे यहां दोनों तरफ वाहन चालकों को निकलने में परेशानी होती है।
बीआरटीएस की सर्विस रोड पर अतिक्रमण कर दुकाने बन गई है। इन दुकानों की पार्किंग से सर्विस रोड ओर साइकिल ट्रैक पर पार्किंग होने लगी जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सायकिल ट्रेक से लेकर फूटपाथ तक पर कोचिंग सेन्टर, होटल वाले, शोरुम वाले और चाय नास्ता के दुकानदारों का कब्जा रहता है ढ्ढ थाने से लेकर नगर निगम जोन क्रमांक 13 के कर्मचारियों का दिन भर सायरन बजती सरकारी गाड़ियाँ निकलती है। मगर यह सर्विस रोड पर जमी चाय नास्ते की दुकान को नजरअंदाज कर देते है। कोचिंग सेन्टर के बच्चे सायकिल ट्रेक और फुटपाथ पर पार्किंग कर उसी पर बैठ जाते है। ऐसे में जिन्हे सर्विस रोड से निकलना होता है वो मेन रोड से रॉग साईड चल कर निकलते हैं।
जब बीआरटीएस बना था तब कई मकान जद में आए थे उन्होने अच्छा खासा मुआब्जा भी मिला था, मगर इन लोगी ने मुआवजा लेकर कब्जा बरकरार रखा। वही कोचिंग सेन्टर संचालको को कोचिंग के लिए फ्री पार्किंग फूट पाथ पर मिल जाती है है। कई कार और दोपहिया कम्पनियों के शोरुम यहां पर हैं जिनके ग्राहकों और कर्मचारीयों की गाड़ियाँ सड़क पर पार्क होती है ढ्ढ होटल संचालकों ने और चाय नास्ता के ठेले वालों ने तो रिकार्ड सबसे ज्यादा अतिक्रमण कर रखा है। जबकि शासन प्रशासन के कई अधिकारी इस रास्ते से दिन भर निकलते हैं पर कभी भी इस ओर ध्यान नही देते है जिससे यहां दिनों दिन अतिक्रमण होते चले गए ढ्ढ यहां के लोगो का कहना है कि सब अपनी रोटी सेंकने मे लगे हैं जब बड़े अधिकारियों का निकलना होता है चालानी कार्यवाही होती है। दिन भर थाने के सामने से गलत न. प्लेट, तीन सवारी या बूलेट वालों को ट्रैफिक पुलिस रोकते रहते हैं। चलानी कार्रवाही भी करते है मगर अतिक्रमण हटाने की सुध कोई नही ले रहा है। रहवासियों का कहना है कि सपना संगीता रोड की तरह भंवरकुआ से राजीव गांधी सर्कल तक इस सड़क पर ट्रैफिक पुलिस की क्रेन नहीं चल सकती है। क्या थाने की पुलिस और नगर निगम के झोनल कार्यालय की चालानी कार्यवाही इस सड़क पर नहीं चल सकती है। जिससे यह समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाए, रहवाईयो का कहना है कि क्या करोड़ों खर्च कर फूट पाथ का निर्माण ठेले लगाने के लिए किया गया है। क्या आम जनता की कोई पूछ परख सरकार अधिकारी और नेता कभी कर सकते हैं या टैक्स लेने में ही रूचि रखेंगे।