कीव पर आज कब्जा? और पास पहुंचा सबसे बड़ा रूसी काफिला

कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. गुरुवार को तुर्की में रूस-यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बैठक में कोई खास परिणाम नहीं निकला है. इस बीच खबर के मुताबिक, 20 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन छोड़कर आसपास के देशों में जाकर बसने को मजबूर हो गए हैं।
यूएस सीनेट ने यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों के लिए सैन्य और मानवीय सहायता के 13.6 बिलियन डॉलर के आपातकालीन पैकेज को मंजूरी दे दी है। यूक्रेन में फंसे 242 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान पोलैंड से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे की कोशिश और तेज कर दी है। ताजा जानकारी के मुताबिक, 60 किलोमीटर लंबा जो रूसी सैन्य काफिला था वह अब कीव के और नजदीक पहुंच गया है. अब उस सैन्य काफिले के सैनिक इधर उधर फैल गए हैं और फिर से तैनात हो गए थे. यह काफिला कई दिक्कतों की वजह से कई दिनों से थमा हुआ था। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन में रूसी संपत्ति की जब्ती की अनुमति देने वाले कानून पर हस्ताक्षर किए, यह यूक्रेन को बिना किसी मुआवजे के रूसी संघ या उसके निवासियों की संपत्ति को जब्त करने की अनुमति देता है, संसद ने इसे 3 मार्च को पारित किया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए यूएस का यूक्रेन में हमारे सैनिकों को भेजने का कोई इरादा नहीं है, हमारा आकलन इस पर आधारित है कि विश्व युद्ध को कैसे रोका जाए।
युद्धविराम पर नहीं बनी बात मौजूदा मॉडल पर ही रूस से अगली वार्ता : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध तीसरे हफ्ते में पहुंच गया है, लेकिन अब तक इसका कोई भी मकसद पूरा नहीं हुआ है। उल्टे इस युद्ध ने हजारों लोगों की जान ले ली है और 20 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर कर दिया है। इन सबके बीच बृहस्पतिवार को यूक्रेन और रूस के विदेश मंत्रियों की बैठक में युद्धविराम पर बात नहीं बनी। इस बेनतीजा बातचीत में रूस ने यूक्रेन को कोई भी रियायत बरतने से इनकार कर दिया, हालांकि दोनों के बीच मौजूदा मॉडल पर ही अगली बैठक करने पर सहमति बनी।

रूसी विदेश मंत्री ने कहा मॉस्को ने कभी युद्ध नहीं चाहा
रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़े गुरुवार को दो सप्ताह पूरे हो गए। जंग के पंद्रहवें दिन भी इसके थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं, हालांकि दोनों देशों के तेवर कुछ नरम पड़े हैं। यूक्रेन जहां नाटो की सदस्यता की जिद से पीछे हटा है, वहीं रूस ने कहा है कि वह यूक्रेन की मौजूदा सरकार को गिराना नहीं चाहता बल्कि इस देश को वह तटस्थ बनाना चाहता है। इस बीच, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध की जांच का आह्वान किया है।

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