मार्च के पहले सप्ताह में आएगी स्वच्छता देखने वाली टीम

छक्का लगाने की तैयारी में तेजी से जुटा निगम, इस बार प्लास्टिक मुक्त पर अधिक फोकस

इंदौर। स्वच्छता को देखने एक बार फिर दिल्ली के शहरी विकास मंत्रालय की टीम इंदौर आएगी। इस टीम का दौरा धुलेंडी के पहले मार्च माह के प्रथम सप्ताह में होगी। टीम यहां 15 दिन रुककर निरीक्षण करेगी। इस बार प्लास्टिक मुक्त पर निगम का अधिक फोकस है। छक्का लगाने को लेकर अधिकारी और कर्मचारी तेजी से जुट गए हैं। सुबह से 50 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों के अमले को मैदानी स्थिति देखने के लिए लगा दिया है। दोपहर में अधिकारी निरीक्षण के बाद निगमायुक्त प्रतिभा पाल को फीडबैक देंगे।
स्वच्छता में पांचवीं बार नंबर वन का खिताब हासिल करने के बाद निगम ने इसे चुनौती मानते हुए सफाई कार्य को अनवरत जारी रखा। लगातार सफाई पर फोकस किया। नंबर वन के लिए हर बार निगम के सामने अलग-अलग चुनौतियां थी, सभी चुनौतियों का सामना करते हुए निगम ने परचम लहराया। नदी शुद्धिकरण, सीवरेज का पानी ट्रीट करना, गीले-सूखे कचरे का व्यवस्थित निष्पादन, डोर टू डोर कचरा संग्रहण, लगातार सड़कों की सफाई, धूल मुक्त करने इंटरलाकिंग टाइल्स लगाना, सड़कों को बेहतर यातायात के लिए चौड़ा करना, लेफ्ट व राइट टर्न तैयार करना, ट्रीटेट वाटर से फव्वारा चलाना, दीवारों पर खूबसूरत चित्रकारी कराने जैसे काम किए गए हैं। वेस्ट प्लास्टिक का गार्डन और चौराहा की सजावट में इस्तेमाल किया गया। नतीजतन, शहर में सफाई के साथ आकर्षक सजावट व चित्रकारी नजर आने लगी है। वर्तमान में निगम के कर्मचारी पेड़ों को भी अलग-अलग रंग से रंगीन करने में लगे हैं, जिससे खूबसूरती में ओर चार चांद लग रहे हैं। अब निगम का सारा फोकस प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने पर है। इसके लिए आने वाले दिनों में प्लास्टिक से निर्मित हल्की वस्तुओं की बिक्री रोकना है। इसी क्रम में अगले दो माह में डिस्पोजल सामग्री बंद करने की हिदायत दी गई है। बता दें, हर बार टीम मार्च माह में आती है। कोरोना संक्रमण खत्म होने से टीम रात में भी भ्रमण कर सकेगी।
नहीं लेंगे नागरिकों से फीडबैक
हर बार दिल्ली से आने वाली टीम स्वच्छता को लेकर नागरिकों से अलग-अलग फीडबैक लेती है। फीडबैक की सारी जानकारी मंत्रालय को आनलाइन उपलब्ध कराई जाती है। इस बार टीम नागरिकों से फीडबैक नहीं लेते हुए मैदानी कार्य के निरीक्षण पर ध्यान केन्द्रित करेगी।
बर्तन बैंक पर पलीता
निगम ने कुछ साल पहले डिस्पोजल सामग्री का उपयोग बंद करने के लिए बर्तन बैंक की व्यवस्था की है। इस योजना को जोन स्तर पर शुरू करना था। बैंक में उपयोगी 500 बर्तन रखे गए हैं, लेकिन इसका बेहतर प्रचार प्रसार नहीं होने से योजना पर पलीता लग रहा है। लोग बड़े पैमाने पर डिस्पोजल का उपयोग कर रहे हैं। बर्तन बैंक में बर्तन नि:शुल्क देने का प्रावधान रखा गया है।
सभी जोनों पर खोलेंगे बैंक
निगम के एक अधिकारी ने बताया कि आगामी कुछ दिनों में बर्तन बैंक को सभी 19 जोनों में खोला जाएगा। वर्तमान में विजयनगर स्थित झोन 8 में बैंक संचालित हो रहा है। उपयोग नहीं होने से बर्तनों की चमक फीकी पड़ने लगी है।

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