सियागंज सुपारी कारोबारियों के यहां बड़ी कार्रवाई

विदेशों से आयात सुपारी पर 113 प्रतिशत टैक्स लगता है, बड़ी चोरी मिली

इंदौर। सेंट्रल जीएसटी ने कल सियागंज में सुपारी कारोबारियों के यहां एक साथ कार्रवाई प्रारंभ की। लंबे समय से यहां पर बिना टैक्स चुकाए सुपारी खपाने को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। पिछले दिनों नागपुर में भी बड़े सुपारी तस्करों के यहां इंदौर के कुछ कारोबारियों के नाम मिले थे जिसके आधार पर कल देर रात तक सेंट्रल जीएसटी ने अपनी कार्रवाई जारी रखी।
सेंट्रल जीएसटी के सूत्रों के अनुसार सियागंज में भारत सुपारी के तीन ठिकानों के अलावा कुछ और सुपारी कारोबारियों के यहां भी दस्तावेजों की जांच की गई। मिली जानकारी के अनुसार भारत सुपारी के यहां बोगस बिलों और कच्चे लेनदेन का बड़ा मामला मिला है। साथ ही अन्य शहरों से भी विदेशी सुपारी फर्जी नामों से आयात की जा रही थी। उल्लेखनीय है कि दक्षिणी राज्यों में उगने वाली सुपारी पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है, जबकि विदेशों से सुपारी आयात करने पर कई नियमों को लागू किया गया है। इंडोनेशिया और अन्य देशों से आयात की गई सुपारी पर 113 प्रतिशत ड्यूटी चुकानी होती है। ऐसे में सुपारी तस्कर आसाम, बंग्लादेश और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों से गैरकानूनी तरीकों से सुपारी का आयात करते है और बोगस फर्मों और फर्जी बिलों के आधार पर विदेशी सुपारी को देशी बताकर यहां कामकाज कर रहे है। पिछले दिनों नागपुर और उड़ीसा में सुपारी के बड़े कारोबारियों के यहां की गई कार्रवाई के बाद इंदौर में पिछले 6 दिनों से लोहामंडी, ट्रांसपोर्ट नगर और सियागंज में आ रहे माल पर नजर रखी गई। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। कल देर रात तक कार्रवाई चलने के बाद आज सुबह से फिर सेंट्रल जीएसटी की टीम ट्रांसपोर्ट नगर और अन्य जगह पहुंचेगी जहां कितने की टैक्सी चोरी का मामला है और अन्य दस्तावेजों की जांच करेगी। उल्लेखनीय है इंडोनेशिया की प्रतिबंधित सुपारी का भी बड़े पैमाने पर इंदौर में कामकाज होता है। अगले कुछ दिनों में इस मामले की जांच होने के बाद कितने की टैक्स चोरी है यह पता लग सकेगा।

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