मानवता की मिसाल पेश करने वाले श्री शर्मा का शासन ने किया सम्मान
देर आयद-दुरुस्त आयद...
इंदौर। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं ड्रायवर प्रशिक्षण केंद्र नंदानगर के प्रभारी अधिकारी अनिल कुमार शर्मा एक कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अफसर है। इनके द्वारा शासन के साथ ही जनहित में किये गये प्रयासों की जितनी तारीफ की जाए वह कम ही है। लंबे अर्से से अपनी सेवाएँ दे रहे श्री शर्मा ने कोविड-१९ महामारी के दौरान भी फ्रंट वारियर्स के रुप में जो सेवाएँ दी उसको स्थानीय प्रशासन एवं शासन द्वारा सराहा गया। इस मामले में यदि यह कहा जाए कि देर आयद-दुरुस्त आयद… तो गलत नहीं होगा। मानवता की मिसाल पेश करने वाले श्री शर्मा का विगत दिनों शासन ने सम्मान भी किया है।
जी हाँ, यहां पर हम चर्चा कर रहे हैं अनिल कुमार शर्मा के उस व्यक्तित्व की जिन्होंने अपने ५८ वर्ष की आयु में भी कोरोना वारियर्स के रुप में सेवाएँ दी। इतना ही नहीं श्री शर्मा ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नंदानगर में सेवाएँ देते हुए ना केवल यहां पर वर्षों पुराने अतिक्रमण के खिलाफ जंग छेड़ी बल्कि शासकीय भूमि को भी अतिक्रमण और कब्जेधारियों से मुक्त करवाया। इस दौरान उन्हें न केवल धमकियां मिली बल्कि उन पर हमले के कथित प्रयास भी किये गये। बावजूद इसके, वे अपने जज्बे, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से खड़े रहे और तमाम दुश्वारियों को झेलने के बाद भी उन्होंने न केवल करोड़ों रुपए की कीमत की आईटीआई की जमीन को कब्जेधारियों से मुक्त करवाया बल्कि कोविड-१९ के दौर में मानवता की मिसाल भी पेश की।
यहां यह प्रासंगिक है कि विगत २९ मार्च २०२० को शासन द्वारा कोरोना काल में थाना एमआईजी के अंतर्गत फ्रंटलाइन वकर्स के रुप में तैनात किया गया था। इन्होंने भी बिना कोई अवकाश लिए अपने ड्यूटी ईमानदारीपूर्वक निभाई और साथ ही आरटीपीसीआर जांच से लेकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने और जरुरतमंदों को लाकडाउन में भोजन, पानी उपलब्ध करवाने के साथ ही आमजन को इस महामारी के प्रति जागरुक करने में आम भूमिका का निर्वाह किया। इसी के चलते महानगर की विभिन्न संस्थों द्वारा न केवल इन्हें सम्मानित किया बल्कि विषम परिस्थितियों में किये गये सेवा कार्यों के चलते इन्हें कोरोना योद्धा के रुप में शासन से सम्मानित किये जाने का अनुरोध भी किया। नतीजन शासन द्वारा भी इन्हें सम्मानित किया गया। यहां यह भी प्रासंगिक है कि श्री शर्मा द्वारा निर्धन एवं आर्थिक रुप से कमजोर महिलाओं को एआरटीओ अर्चना मिश्रा के साथ मिलकर वाहन चलाने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जिससे १६० महिलाएँ स्वावलंबी बन सकी। मध्यप्रदेश आईटीआई तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष श्री शर्मा को शासन द्वारा सम्मानित किये जाने पर दैनिक दोपहर द्वारा हार्दिक बधाई एवं कोटिश शुभकामनाएँ…