अब गरीब बस्तियां भी संवरेगी, सफाई-पेंटिंग का काम शुरु

विद्युत पोल, डिवाइडर, फूटपाथ-सरकारी इमारतों की बदलेगी सूरत

इंदौर। स्वच्छता में पंच लगाने के बाद नगर पालिका निगम इंदौर एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण २०२२ की तैयारियों में जुट गया है। इसके चलते अब न केवल गरीब बस्तियां संवरेगी और साफ सफाई के साथ ही पेंटिंग का काम शुरु हो गया है। वहीं विद्युत पोल, डिवाइडर, फूटपाथ, सरकारी इमारतों की सूरतें भी बदल जाएंगी।

स्वच्छता सर्वेक्षण २०२२ के तहत अब नगर निगम में गरीब बस्तियों से अपने अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत निगमायुक्त प्रतिभापाल के मार्गदर्शन में गरीब बस्तियों में साफ सफाई अभियान चलाये जाने के साथ ही पेंटिंग, विद्युत पोल, डिवाइडर पर रंग रोगन, पुताई शुरु कर दी गई है। सरकारी इमारतों की सूरत बदलने के लिए ठेके दे दिए गये हैं। इतना ही नहीं सेंट्रल लाइटिंग और विद्युत पोल को भी रंगना शुरु कर दिया गया है। लगभग साढ़े तीन हजार विद्युत पोल पर पुताई का ठेका दे दिया गया है। दूसरी ओर कुछ ऐसे विद्युत खंभे जिन्हें शिफ्ट करना था उन्हें भी शट डाउन मिलते ही शिफ्ट किया जा रहा है।

तीस से ज्यादा फर्मोंके कलाकारों को सौंपी जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक नगर निगम द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण २०२२ में एक बार फिर अव्वल आने के लिए और स्वच्छता के मामले में छक्का लगाने के वास्ते तीस से ज्यादा फर्मों को ठेका दिया गया है। इन फर्मों के कलाकारों द्वारा अपने रंगों का जादू बिखेरना शुरु कर दिया गकया है। पलासिया हो या डीआरपी चौराहा, विजयनगर हो या मधुमिलन चौराहा, कहने का मतलब पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरे शहर को चमकाया जाएगा। तीस से अधिक फर्मों के आर्टिस्ट अपने रंगों और तुलिकाओं से एक नया जादू बिखेरेंगे। कहीं पर शाीय संगीत की विभूतियों को अपनी कलाकृतियों के तहत आमजन से परिचित करवाया जाएगा वहीं खेल के क्षेत्र में अपनी अद्भुत छटा बिखेरने वाले खिलाड़ियों को भी उपकृत किया जाएगा।

रात में भी चल रहा है काम- स्वच्छता सर्वेक्षण में छक्का मारने के लिए नगर निगम द्वारा हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। एक ओर जहां जीर्णशीर्ण सड़कों की मरम्मत की जा रही है तो वहीं रात में भी साफसफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसी श्रंृखला में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित सुविधाघरों के साथ ही मूत्रालयों को भी रंग रोगन से चमकाया जा रहा है। इतना ही नहीं कान्ह एवं सरस्वती नदी से गाद निकालने के अतिरिक्त महानगर के आसपास स्थित तमाम तालाबों के लिए जलकुंभीऔर गाद निकाली जा रही है। चरणबद्ध रुप से चल रहे इस काम में अब गति पकड़ ली है।

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