बढ़ती है ईंधन की खपत, यातायात विभाग खुद को सुधार ले तो बचेगा लाखों का ईंधन
लाल लाइट चालू तो इंजन बंद अभियान...
इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में अब स्वच्छता का सिक्सर लगाने की तैयारी जोरो पर है। यातायात विभाग एक कदम आगे बढ़कर एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने की कवायद में जुट गया है। मगर यातायात विभाग के कर्ताधर्ता टेक्निकल बातों पर ध्यान देने की जगह वाहन चालकों के ऊपर चौराहों पर वाहनों के इंजन बंद करवाने की मुहिम थोप रहा है और इसका प्रचार भी कर रहा है, जबकि वाहनों के इंजन बंद करने के बाद प्रारंभ करने पर 20 प्रतिशत की ईंधन की खपत बढ़ जाती है।
दैनिक दोपहर की टीम ने यातायात को सुगम बनाने को लेकर और चौराहों पर हो रही वाहनों की भीड़ से निजात पाने के लिए जो सर्वे किया वह बता रहा है कि यदि यातायात विभाग खुद को सुधार ले तो शहर में हर दिन 10 लाख रुपए से ज्यादा का पेट्रोल-डीजल वैसे ही बच सकता है, साथ ही वाहनों के ईंधन की खपत भी कम होगी और पर्यावरण भी बेहतर होगा। विजय नगर चौराहे से राजीव गांधी प्रतिमा तक 11 सिग्नलों पर हर बार वाहनों को रुकना पड़ रहा है। यदि इनका टाइमर ठीक कर दिया जाए तो हर 11 मिनट में 4 मिनट का ईंधन बच सकता है।
शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स को काबू में रखने के लिए चौराहों पर सिग्नल ऑन इंजन ऑफ अभियान चलाकर लोगों से रेड लाइन होने पर गाड़ी का इंजन बंद करने को कह जा रहा है। मगर इसकी जगह यातयात विभाग अगर शहर के उन 28 चौराहों पर लगे टाईमर सिंगल्स का टाइम इस तरह से सेट कर दे कि वाहन चालक को सीधे जाने के लिए रेड सिंगल्स ही न पड़ें वह अपने वाहन की स्पीड टाईमर से मिलाकर आगे बढ़ता जाए। जिससे वाहन चालकों को न तो रेड सिंगल्स का सामना करना पड़े और न ही गाड़ी रोक कर उसे इंजन बंद करना पड़े। इस मुहिम पर शहर के कुछ आटो इंजीनियरों से बात करने के बाद उनका कहना है कि वाहन के इंजन को बंद करने के बाद जब दोबारा से चालू करते है तो इंर्धन की ज्यादा खपत करता है। इसलिए हर चौराहे पर वाहन बंद करना ओर नुकसान दायक हो जाता है। जब कि यातायात विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान दे ही नही रहे है। इंजन बंद करवाने की जगह सिंगल्स के टाईमर सेट कर दिए जाए तो इंजन बंद करने की नोबत ही नही आएंगी।
शहर के 28 चौराहों पर आरएलवीडी (रेड लाइट वायोलेशन डिटेक्शन) कैमरे लगवाए है। जिससे वाहन और चालक दोनों की पहचान हो जाती है। साथ ही नियम तोड़ने वालों के ई चालान भी बन जाते है। इन सिंगल्स के टाईमर को इस तरह से सेट कर दिए जाएं कि एक बार वाहन ग्रीन सिंग्नल से निकल जाए और वाहन चालक अपने वाहन की गति उसके हिसाब से ही सेट कर ले तो उसे कहीं भी रुकना नही पड़ेगा। ऐसे में वाहन चालक का समय भी बचेगा ओर ईधन भी। मगर यातायात विभाग इन टेक्निकल बातों पर ध्यान देने की जगह हर चौराहे पर इंजन बंद करवा कर वाहन चालकों का समय और ईधन दोनों बर्बाद कर रहा है। ज्यादातर चौराहों के लेफ्टर्न भी खुले नही है जिससे लेफ्ट में जाने वाले वाहन चालकों का रास्ता बंद हो जाता है जिससे भी लोग परेशान होते रहते है।
शहर में 5 जनवरी से 19 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल पर रेड लाइट चालू होने पर वाहन चालकों के इंजन बंद करवाने की मुहिम चलाई जा रही है। इसके लिए यातयात पुलिस जवानों के साथ ही शहर की प्रमुख संस्थाओं व संगठनों के वालेंटियर भी भाग ले रहे है। यह लोग वाहन चालकों से हर चौराहों पर इंजन बंद रखने की मार्मिक अपील करने के साथ ही सीट बेल्ट पहनने, हेलमेट लगाने की गुजारिश भी कर रहे है। विजय नगर चौराहे पर सांसद शंकर लालवानी ने इस मुहिम की शुरुआत की थी।
इन चौराहों पर लगे है कैमरे
जंजीरवाला चौराहा, व्हाइट चर्च, पीपल्याहाना, गीताभवन, पलासिया, एमआइजी, विजयनगर एमजी रोड के हाई कोर्ट तिराहा, कोठारी मार्केट, एमजी रोड थाना जेल रोड चौराहा, मधुमिलन चौराहा मरीमाता चौराहा, बंगाली चौराहा, खजराना चौराहा, मालवीय पेट्रोल पंप के साथ ही लैंटर्न चौराहा जैसे मुख्य चौराहों पर यातायात सुधार के लिए कैमरे लगा रखे हैं। मगर इनके टाईमर एक जैसे कर दिये जायें तो वाहन चालकों को हर चौराहे पर अपने वाहन बंद करने की झंझट से मुक्ति मिल सकती है। शहर के पुराने मैकेनिकों का यही मत है।