सिटी बसें चलाने वाली एआईसीटीएसएल 9 साल में भी नहीं चला पाई साइकल…
अब तीसरी बार शुरु की कवायद, एप से करेंगे बुकिंग
इंदौर। महानगर में वर्षों से सिटी बसों का समूल संचालन करने वाली एआईसीटीएसएल ८ साल में भी साइकल नहीं चला पाई। पहले दो बार टैंडर बुलाकर, साइकल स्टैंड बनाने के नाम पर और साइकिलें खरीदकर पैसा बर्बाद करने के बाद अब एक फिर किराए पर साइकिले चलाने की कवायद में जुट गई है। यह साइकिल चल पड़ी तो सवारी करने के लिए एप से बुकिंग होगी।
देखा जाए तो एआईसीटीएसएल ने ९ साल पहले एबी रोड़ पर बनाए गए बीआरटीएस कारीडोर तक आने जाने के लिए किराए की साइकल चलाने की योजना बनाई थी। बावजूद इसके, प्रशासनिक इच्छाशक्ति के अभाव में यह ठंडे बस्ते में चली गई। इसके सालभर बाद एआईसीटीएसएल ने एक बार फिर इस योजना पर से धूल झाड़ी और टैंडर जारी कर साइकले खरीदने और जगह-जगह साइकल स्टैंड बनाने के नाम पर लाखों रुपए फूंक दिए, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। अब तीसरी बार फिर किरए पर साइकल उपलब्ध कराए जाने की कवायद शुरु हो गई है।
पीपीपी माडल पर चयन का क्रियान्वयन किया जा रहा है दावा
बताया जा रहा है कि पीपीपी माडल पर इसका संचालन किया जाएगा। एआईसीटीएसएल नगर निगम के साथ मिलकर इस योजना पर काम कर रही है। कंपनी ने माय बाइक के नाम से दइस पर ट्रायल शुरु कर दिया है। जिस कंपनी को यह काम सौंपा है वह महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात के कुछ शहरों में साइकल सेंटर चला रही है।
२० रुपए होगा दस घंटे का किराया
पहले दौर में पीपीपी माडल पर महानगर में ११ जगह स्टैंड बनाम सेंटर बनाए जाएंगे। एप के माध्यम से बुकिंग होगी और किराया १० घंटे का २० रुपए होगा। साइकल लेने के बाद तय समय पर किसी भी स्टैंड पर इसे जमा कराया जा सकेगा।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जोड़ने के लिए बानाया था साइकल ट्रेक
यह भी महत्वपूर्ण है कि साइकिलिंग को प्रोत्साहित करने के लिए और इसे स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट से जोड़ने हेतु तत्कालीन स्मार्ट सिटी सीईओ अदिति गर्ग ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में एलआईजी चौराहे से देवास नाके के बीच में अलग से साइकल ट्रेक तैयार करवाया था, जो धूल खा रहा है। यह अभी प्रासंगिक है कि एआईसीटीएसएल द्वारा जब ९ साल पहले यही योजना बनाई गई थी उस समय भी सीईओ संदीप सोनी थे और अब फिर वहीं है। अब देखना यह है कि वे इसे सड़क पर चला सकते हैं या नहीं।