चीन का कारोबारी बाजार पर बड़ा कब्जा

इस साल 125 अरब डॉलर का निर्यात चीन करेगा - ग्लोबल टाइम्स

नई दिल्ली (दोपहर आर्थिक डेस्क)। अंतत: चीन ने भारत के कारोबारी बाजार में अपनी जगह स्थापित कर ली। जहां कई संगठन बिजली की झालर और पटाखे का बहिष्कार करते रहे वहीं अब चीन का आयात भारत में 125 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। यानी भारत के हर व्यक्ति के पास 5851 रुपए का सामान पहुंच चुका है। वहीं दूसरी ओर भारत का चीन में निर्यात अभी भी बासमती चावल और फलों तक ही सीमित है और यह मात्र 27 अरब डॉलर का ही है। इस साल भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा बढ़कर 4.61 लाख करोड़ से ज्यादा हो गया है। देश के मोबाइल बाजार पर 99 प्रतिशत कब्जा चीन का हो चुका है, जो एक रिकॉर्ड है।
चीन द्वारा डोकलाम, लद्दाख और अरुणाचलम में भारतीय सीमा के अंदर और सीमा के लगकर जहां भारी निर्माण किए जा रहे हैं वहीं भारत में चीन के आयात पर धीरे-धीरे आश्रित होता जा रहा है। यह खबर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में देते हुए बताया है कि भारत में चीन का निर्यात बढ़कर 125 अरब डॉलर के पार जल्द हो जाएगा। इसमें टेलीकॉम उपकरण, सेमीकंडक्टर, भारी मशनरी, मोबाईल, कोयला और कच्चा माल शामिल है। चीन के कारण भारत की मोबाइल कंपनियां अपना सामान समेट चुकी हैं, तो वहीं जनरल मोटर्स और फोर्ज मोटर भी बंद हो चुकी हैं। दूसरी ओर देश के कई संगठन बिजली की झालर और पटाखे का बहिष्कार करते रहे तो वहीं अब भारत के हर व्यक्ति के पास साढ़े 5 हजार रुपए से ज्यादा का चीनी सामान पहुंच रहा है। इसमें खिलौनों से लेकर गणेश और लक्ष्मी तक शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने डोकलाम में देश के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद टिकटॉक और 52 चीनी ऐप पर रोक लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन कर दिया था।

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