ट्रेंचिग ग्राउंड में तैयार हुआ एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट

हर दिन कचरे से बनेगी 1700 किलो बायो सीएनजी

इंदौर। इंदौर में 150 करोड़ की लागत से तैयार एशिया के सबसे बड़े बायो कंप्रेस्ड नेचुरल गैस प्लांट में उत्पादन शुरू हो गया है। देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में नगर निगम ने कूड़ा डालने के स्थान पर यह प्लांट तैयार किया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों किया जाएगा। इसके लिए पीएमओ से अनुमति मिल गई है, लेकिन तारीख तय होना बाकी है। संभवत: फरवरी के अंतिम सप्ताह में किसी एक तारीख को प्रधानमंत्री के इंदौर आने की उम्मीद है।
देवगुराड़िया स्थित इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में स्थापित एशिया के सबसे बड़े बायो कंप्रेस्ड नेचुरल गैस प्लांट तैयार हो गया है। अभी यहां प्रायोगिक तौर पर गैस उत्पादन शुरू हो गया। परीक्षण के तौर पर 250 से 500 किलो बायो सीएनजी तैयार की गई है। 25 जनवरी से इस प्लांट में 50 टन गीले कचरे से 1500 से 1700 किलो बायो सीएनजी का उत्पादन प्रतिदिन हो सकेगा। अभी इस प्लांट में तैयार बायो सीएनजी में 50 से 60 प्रतिशत मीथेन गैस है। वाहनों में उपयोग की जाने वाली गैस में मीथेन की मात्रा 90 प्रतिशत होनी चाहिए। शुद्धिकरण यूनिट में लाया जा रहा है। यहां पर गैस में से कार्बन डाईआक्साइड, एचटूएस व अन्य अशुद्धियों को हटाने की प्रक्रिया भी की जाएगी। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया की प्लांट से तैयार होने वाली बायो सीएनजी से शहर में 400 सिटी बसों को चलाने का लक्ष्य रखा गया है। गैस बनाने वाली एजेंसी निगम को बाजार मूल्य से पांच रुपए कम कीमत में बायो सीएनजी उपलब्ध करवाएगी। प्लांट में तैयार होने वाली 50 प्रतिशत बायो सीएनजी सिटी बसों को दी जाएगी। इसके अलावा हम 50 प्रतिशत गैस उद्योगों को बायलर चलाने के लिए देंगे। इसमें 10 प्रतिशत गैस अवंतिका एजेंसी को भी घरेलू सप्लाई के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी। एशिया के सबसे बड़े प्रोजेक्ट की सौगात निगम की मंशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो दिलाने की है। इसलिए उनके इंदौर आने की तारीख मिलने का इंतजार पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण में पांचवीं बार इंदौर के नम्बर वन आने की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने इंदौर के बायो सीएनजी प्लांट में कचरे से खाद बनाने का जिक्र भी किया था। कोरोना संकट की स्थिति नहीं रहती है तो फरवरी में प्रधानमंत्री का आना तय है।

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