कोरोना का कोहराम शुरू, तीसरी लहर

महाराष्ट्र में एक दिन में 3900 नए संक्रमित मिले, फैली दहशत

नई दिल्ली/मुंबई (ब्यूरो)। ओमिक्रॉन की तीसरी लहर की शुरुआत महाराष्ट्र से हो गई है। एक दिन में 3900 संक्रमित मिले हैं। वहीं दिल्ली में नियमों में और सख्ती की गई है। ओमिक्रॉन देश के 23 राज्यों में फैल चुका है। इसके अभी तक 961 मामले सामने आ चुके हैं। जनवरी में यह तेजी से कई राज्यों में फैलेगा। विशेषज्ञों ने फरवरी में इसके पीक पर आने की सुनामी जैसी चेतावनी दी है।
ओमिक्रोन वेरिएंट देश के 21 से अधिक राज्यों में फैल गया है। इसके अभी देश में 900 से अधिक केस हो चुके हैं। इस बीच, कोरोना का पुराना वेरिएंट अभी खत्म नहीं होगा है। कोरोने के केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन जैसी हालात पैदा हो गए हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, केरल, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिनलाडु उन बड़े राज्यों में शामिल हैं जहां नाइट कर्फ्यू लगाया जा चुका है। नए साल के जश्न पर रोक लगा दी गई है। राजधानी दिल्ली में मिनी लॉकडाउन का ऐलान किया जा चुका है। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते केसों को तीसरी लहर करार दिया जा चुका है। दिल्ली ने बुधवार को कोविड के मामलों में एक बड़ी वृद्धि दर्ज की गई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के 923 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें सकारात्मकता दर 1 फीसदी से अधिक है। दिल्ली सरकार की कार्य योजना के अनुसार, यदि कोरोना के नए मरीज मिलने की दर लगातार दो दिनों तक 1 प्रतिशत से अधिक रहती है, या एक सप्ताह में 3,500 नए मामले रहते हैं, तो शहर में एक हफ्ते तक और सख्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने कई राज्य सरकारों की टेंशन बढ़ा दी है। खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में आज से सात जनवरी तक के लिए धारा 144 लागू कर दिया है।
मुंबई में टास्क फोर्स ने कहा, यही है तीसरी लहर
बुधवार को मुंबई में कोरोना के 2,510 नए मामले दर्ज हुए और एक मरीज की मौत भी हुई। इसके बाद महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के एक सदस्य ने बुधवार को चिंता व्यक्त की और कहा कि मुंबई में कोरोना की ????तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने कहा कि हर चार दिन में केस डबल हो रहे हैं। हालांकि सभी मामले हल्के हैं और जानलेवा नहीं है, लेकिन लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।

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