मास्टर प्लान में 24 मीटर बिना दावे आपत्ति 30 मीटर कैसे हुआ ? सैकड़ों मकान आधे से ज्यादा टूट जाएंगे
मामला सुभाष मार्ग सड़क की चौड़ाई का
(शार्दुल राठौर)
इंदौर। सुभाष मार्ग सड़क की चौड़ाई को लेकर रहवासी और निगम आमने सामने हो गए हैं। विवाद का कारण अब सड़क की चौड़ाई बन गई है। रहवासी मास्टर प्लान का हवाला देते हुए सड़क की चौड़ाई 24 मीटर रखना चाहते हैं। जबकि निगम सड़क की चौड़ाई 30 मीटर करना चाह रहा है। हालांकि निगम ने इसको लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है। निगम की ओर से 242 मकान और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को दस्तावेज पेश करने के नोटिस जारी किए थे, लेकिन सड़क निर्माण के चौड़ाई को लेकर अभी कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है। इधर जब भी मास्टर प्लान के रोड पर चौड़ाई को लेकर कोई निर्णय किया जाता है, तो बिना दावे आपत्ति बुलाए अंतिम निर्णय नहीं हो सकता है।
स्मार्ट सिटी एरिया में बनने जा रहे सुभाष मार्ग को लेकर रहवासी अब आर -पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। रहवासियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत कर दी है। साथ ही अतिक्रमण तोड़े जाने से पहले प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है। निगम ने पिछले तीन दिनों में करीब 1500 मीटर लंबे जिंसी-सुभाष मार्ग में सेंट्रल लाइन डालने का काम कर दिया। गुरुवार को कुछ विवादित स्थानों पर दोबारा सेंट्रल लाइन की मार्किंग की गई, लेकिन रहवासी सड़क की चौड़ाई के विवाद में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। रहवासियों के अनुसार मास्टर प्लान में भी 24 मीटर यानी 80 फीट सड़क की चौड़ाई रखने का प्रावधान था, जिसे नगर निगम ने बदलकर 30 मीटर यानी 100 फीट कर दिया है।
चौड़ाई बढ़ाने के लिए निगम का नया फार्मूला
मास्टर प्लान में भले ही सड़क की चौड़ाई 24 मीटर है, लेकिन चौड़ाई 30 मीटर करने के लिए नगर निगम ने आईबीडी (इंदौर बेस्ट डेवलपमेंट) का फार्मूला तैयार किया है। अब नए फार्मूले में डालकर सड़क की चौड़ाई बढ़ाने की बात सामने आ रही है। इसके पीछे भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इससे पहले मास्टर प्लान के टाउन एंड कंट्री के नक्शे में अभी भी सड़क की चौड़ाई 80 फीट बताई जा रही है, लेकिन सड़क की चौड़ाई बढ़ाकर 100 फीट करने को लेकर निगम को कोर्ट में चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिए इस प्रोजेक्ट को एक नई योजना इंदौर बेस्ट प्रोजेक्ट में डाल दिया गया, जिसका काम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जाना है।
विधिक राय लेंगे रहवासी- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को देख रहे सिटी इंजीनियर डीआर लोधी बुधवार को सेंट्रल लाइन की मार्किंग के दौरान मौके पर थे। इस दौरान उन्होंने कहा की यह काम नियम के अनुसार ही किया जा रहा है। अभी सिर्फ सेंट्रल लाइन डाली जा रही है, जिसका सड़क की चौड़ाई से कोई संबंध नहीं है। जबकि रहवासियों को सड़क की चौड़ाई 30 मीटर या 100 फीट करने का अंदेशा है, जिसकी उन्हें मौखिक जानकारी दी गई है। माना जा रहा है, की निगम की ओर से 100 मीटर तक कब्जे हटाने के लिए आने वाले दिनों में नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद रहवासी कानूनी जानकार से विधिक राय लेकर अपने विरोध का रुख आगे बढ़ाएंगे।
पूरे घर टूट जाएंगे
रहवासी गोविंद शर्मा, धीरज गौड़, सराफत खान, ओर्विनो कछवाह का कहना है, की यदि ऐसा होता है तो कई कई घर पूरे के पूरे ही सड़क निर्माण की बलि चढ़ जाएंगे। वहीं नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2008 में मास्टर प्लान में इस रोड की चौड़ाई को लेकर बदलाव किया गया है। इस रोड की चौड़ाई 80 की बजाय 100 फीट कर दी गई है। इसी वजह से नगर निगम ने 100 फीट चौड़ी सड़क बनाने का निर्णय लिया है।
बैनर लगाएंगे रहवासी
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने इस मामले में अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। स्मार्ट सिटी कंपनी सिटी इंजीनियर डीआर लोधी ने बताया की सेंट्रल लाइन डालने के बाद आगे की कार्रवाई निगमायुक्त के निर्देश के बाद ही होगी। उधर, रहवासी गुरुवार को विरोध स्वरूप अपने-अपने घरों के बाहर निगम की कार्रवाई के खिलाफ बैनर लगा रहे हंै। समाधान नहीं होने पर 25 दिसंबर को इंदौर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री से मिलने की योजना भी बना रहे हैं।
नहीं अपनाई कोई प्रक्रिया
जानकारों का मानना है कि मास्टर प्लान की किसी योजना में बदलाव दावे आपत्तियों के आधार पर किया जाता है, लेकिन निगम ने सड़क की चौड़ाई में बदलाव के लिए इस तरह की कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई है। उधर रहवासियों द्वारा राष्ट्रपति कार्यालय और शहरी विकास मंत्रालय को शिकायत की गई है, जिसका जवाब देते हुए दोनों विभाग से सबंधित अफसरों को आवेदकों से मिलकर उनकी समस्या का निराकरण कर विभाग को अवगत कराने के निर्देश दिए गए हैं।
सड़क निर्माण को लेकर निगम की करवाई पर उठने वाले सवाल
=सड़क की चौड़ाई 30 मीटर के हिसाब से 91 फीट होती है, लेकिन निगम के अफसर 100 फीट चौड़ाई बढ़ने की बात कर रहे हैं।
=मास्टर प्लान के हिसाब से टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के नक्शे में सड़क की चौड़ाई 80 फीट प्रस्तावित है।
=वर्ष 2008 में रहवासियों को 80 फीट सड़क निर्माण के लिए निगम द्वारा नोटिस दिए गए थे।
=बड़ा गणपति, एमजी रोड और गंगवाल, सरवटे काम ही अभी पूरा नहीं हुआ तो सुभाष मार्ग तोड़ने की इतनी जल्दी क्यों?
=सिर्फ एक जवाहर मार्ग का ट्रेफिक सुधारने के लिए तीन सड़कों के रहवासी हो रहे हंै प्रभावित।
यह है निगम की योजना
रोड निर्माण में जिंसी चौराहे से रामबाग चौराहा तक 250 से ज्यादा निर्माण बाधक बन रहे हैं। सड़क निर्माण के साथ यहां पर अंडरग्राउंड विद्युत लाइन व केबल, सीवरेज व पेयजल सप्लाई लाइन डाली जाएगी। इसके अलावा इस क्षेत्र में 24 घंटे जलापूर्ति की व्यवस्था भी होगी।