कनाड़िया रोड़ से खजराना को जोड़ने वाली सड़क का श्रीगणेश

18 मीटर चौड़ा और 1350 मीटर लंबा होगा प्रस्तावित मार्ग, तीन किलोमीटर की दूरी घटकर रह जाएगी सवा किलोमीटर

इंदौर।
महानगर में कनाड़िया रोड़ से खजराना को जोड़ने वाली नई सड़क का श्रीगणेश नये साल २०२२ में होने जा रहा है। लगभग १८ मीटर चौड़ी और सवा किलोमीटर लंबी इस सड़क के बनने से तीन किलोमीटर की दूरी घटकर सिर्फ सवा किलोमीटर रह जाएगी। इसके चलते, इस क्षेत्र की तीन दर्जन से अधिक कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोगों की न केवल राह आसान होगी, बल्कि आधे घंटे का समय भी दस से पंद्रह मिनट का रह जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कनाड़िया रोड़ पर ३ दर्जन से अधिक कॉलोनियां हैं, जहां लगभग साढ़े चार लाख की आबादी निवास करती है। यहां रहने वाले लोगों को खजराना जाने के लिए पहले बंगाली चौराहा होते हुए रिंग रोड़ पर आना पड़ता है, तब कहीं वे गंतव्य तक पहुंच पाते हैं। इसमे उन्हें कम से कम आधा घंटे का समय लगता है। इस वजह से बंगाली चौराहे पर अक्सर जाम की स्थिति निर्मित होते ही रहती है और वाहन चालकों को भी रिंग रोड़ होते हुए तीन किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है, जिसमे समय की भी बर्बादी होती है। इसी स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने शार्टकट निकालने की कवायद शुरु कर दी है।
जनवरी २०२२ तक शुरु हो जाएगी सड़क निमार्ण की प्रक्रिया
निगम सूत्रों के मुताबिक, पिछले माह ११ नवंबर को इस मार्ग निर्माण के लिए निगमायुक्त प्रतिभा पाल द्वारा अपर आयुक्त संदीप सोनी, सिटी इंजीनियर अशोक राठौर व अ$न्य अधिकारियों के साथ दौरा भी किया गया था। इस दौरान, निगमायुक्त ने जनवरी २०२२ तक रोड़ का लेआउट बनाने, सर्वे एवं डीपीआर की प्रक्रिया शुरु करने के निर्देश दिये थे। इसको लेकर कवायद शुरु हो चुकी है।
प्रेम बंधन गार्डन से गोयल विहार तक बनेगी नई सड़क
सूत्रों के अनुसार बंगाली चौराहे पर लगने वाले जाम एवं रिंग रोड़ पर यातायात के बढ़ते हुए दबाव को कम करने के लिए नगर निगम द्वारा इस नए मार्ग के निर्माण की योजना तैयार की गई है। यह मार्ग शासकीय भूमि पर प्रेमबंधन गार्डन से गोयल विहार तक तैयार किया जाएगा। इस नए मार्ग के बनने से कनाड़िया से खजराना की दूरी ३ किमी से घटकर महज सवा किमी रह जाएगी और आमजन का समय भी बर्बाद नहीं होगा।
खजराना गणेश के भक्तों की राह होगी आसान
देखा जाए तो हाल फिलहाल बायपास क्षेत्र के लाखों गणेश भक्तों को मंदिर तक पहुंचने के लिए पहले रिंग रोड़ फिर बंगाली चौराहा होते हुए खजराना चौराहे पर पहुंचना होता है। मतलब यह कि आते जाते दो बार रिंग रोड़ एवं बंगाली चौराहे को क्रास करना पड़ता है। सामान्य दिनों में जहां लगभग १५ हजार श्रद्धालु खजराना गणेश के दरबार में पहुंचते है, वही बुधवार को यह आंकड़ा ३० से ३५ हजार तक पहुंच जाता है, जबकि पर्व विशेष पर श्रद्धालुओं की यह संख्या ६० हजार से सवा लाख तक पहुंच जाती है। इस सड़क के बनने से बायपास क्षेत्र के श्रद्धालुओं को शार्टकट मिल जाएगा। उन्हें न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा, बल्कि समय की भी बचत होगी।

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