अब सौर ऊर्जा से लाया जाएगा इंदौर में पानी
200 करोड़ रुपए सालाना खर्च हो रहे हैं नर्मदा से पानी लाने पर
इंदौर। महेश्वर के समीप जलूद पंपिंग स्टेशन से इंदौर तक नर्मदा का पानी शहर में सप्लाय किया जाता है। जलूद से शहर तक पानी लाने में नगर निगम को बिजली बिल में 220 करोड़ रुपए सालाना खर्च करना पड़ रहे हैं। बिजली खर्च कम करने के लिए निगम ने मंडलेश्वर के पास समराज गांव में सरकारी जमीन पर सोलर ऊर्जा प्लांट संयंत्र लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। संयंत्र लगने के बाद निगम को काफी बचत होगी। बचत राशि विकास कार्यों पर खर्च की जाएगी।
इस योजना के लिए मंडलेश्वर पास समराज गांव में सरकारी जमीन पर सोलर स्टेशन तैयार करने का काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है की सौर ऊर्जा से तैयार होने वाली बिजली से निगम को हर साल करीब 100 करोड़ रुपए की बचत होगी। पिछले दिनों संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा के निर्देश पर अफसरों ने इस योजना पर काम शुरू किया गया था। पूर्व संभागयुक्त संजीव दुबे ने भी उनके कार्यकाल में इस योजना पर काम करने के लिए खरगोन कलेक्टर को भी निर्देशित किया गया था। लेकिन, उस समय काम शुरू नहीं हो सका था। वर्तमान में सैकड़ों लोगों पर जलकर का करोड़ों रुपया बकाया है, जिससे कई नोटिस के बाद भी चुकाया नहीं जा रहा है। वहीं, शहर का क्षेत्रफल बढ़ने से पानी की सप्लाय में भी अधिकता आई है। बिजली बिल चुकाने के लिए कई बार निगम को कर्ज तक लेना पड़ा।
अगले साल शुरू करेंगे काम
नर्मदा प्रोजेक्ट के मुख्य अभियंता संजीव श्रीवास्तव ने बताया की जलूद से इंदौर तक नर्मदा का पानी करोड़ों रुपए की बिजली खर्च कर लाया जाता है। जलूद स्थित नर्मदा के मुख्य प्लांट सहित इंदौर तक पानी लाने के लिए बीच बीच में बने पंपिंग स्टेशन पर भी पानी को इंदौर पहुंचाने के लिए प्रेशर की जरूरत होती है, जिसमें बिजली की बहुत अधिक खपत होती है। सोलर प्लांट से करीब 200 मेगावाट क्षमता की बिजली का उत्पादन शुरू होगा, जिससे निगम के करोड़ों रुपए बचेंगे। नए साल में सोलर प्लांट काम शुरू हो जाएगा।
फ्लो मीटर लगाने का काम तेज
पानी का प्रेशर चेक करने मल्टियों में निगम फ्लो मीटर लगाने जा रहा है। इसके बाद नलों में पानी के मीटर भी लगाए जाएंगे। अगले वर्ष से पानी का बिल मीटर की रीडिंग से वसूला जाएगा। अभी निगम पानी का बिल 200 रुपए प्रतिमाह देता है, जिसे भी कई लोग नहीं चुकाते हैं।
इस तरह घरों में पहुंचता है नर्मदा का पानी
जलूद से नर्मदा का पानी पंप कर 22 किलोमीटर आगे इंदौर की तरफ वांचू पॉइंट की पहाड़ी तक लाया जाता है। पहाड़ी से यह पानी छोड़ा जाता है, जिससे शहर की टंकियां भरती है। वांचू पॉइंट से इंदौर तक 48 किमी की दूरी तय कर पानी टंकियों से होता हुआ शहर के घरों तक पहुंचता है।