सी-21 मॉल और मल्हार मेगा मॉल में अवैध निर्माण मिला
पूरे कॉरिडोर में नियमों के विपरीत खोल रखी है दुकानें, 15 हजार फीट से ज्यादा अवैध निर्माण
इंदौर। शहर में भूमाफियाओं के खिलाफ चल रहे अभियान के बाद पूरे शहर में अवैध निर्माणों के लिए अपनी छाप बनाने वाले कई दिग्गजों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है, जबकि पूरे शहर में इन अवैध निर्माणों को लेकर बड़ी चर्चा है। इंदौर के मल्हार मेगा माल और सी-21 मॉल में हजारों फीट अवैध निर्माण पिछले दिनों नपती के दौरान सामने आया है, यह पहली बार सामने नहीं आया है, इसके पहले भी नपती हुई है, परन्तु कार्रवाई नहीं हो पाई है। दूसरी ओर दोनों मॉल में बनाए गए कारिडोर में किसी प्रकार की दुकानें लगाया जाना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी यहां 50 से अधिक दुकानें चलने-फिरने मार्ग पर खोल दी है। यदि कोई अग्निकांड होगा, तो भगदड़ की स्थिति में लोगों को इन्हीं दुकानों से कूदकर भागना होगा। कुल मिलाकर केवल नोटिस तक ही कार्रवाई पिछले कई सालों से चल रही है। इसके अलावा दोनों मॉल के बीच बिना अनुमति नगर निगम की सड़क पर ही पुल बनाकर जोड़ने का अवैध कार्य भी इसी मॉल में किया गया और इसीलिए कंपाउंडिंग भी उलझी हुई है।
एबी रोड पर स्थित मल्हार मेगा मॉल और सी-21 माल की नपती दीपावली के ठीक एक दिन पहले की गई थी। यहां पर 15 हजार वर्गफीट का निर्माण अवैध पाया गया है। इसमें केवल सी-21 मॉल में ही 40 लाख रुपए की कंपाउंडिंग होनी है। वहीं मल्हार मेगा मॉल में भी यही स्थिति बनी हुई है। भवन अधिकारी के अनुसार 30 प्रतिशत तक अवैध निर्माण की कंपाउंडिंग की जा रही है। इसके चलते सभी बड़े बहुमंजिला की नपती की जा रही है। दोनों माल में 4 प्रतिशत तक अवैध निर्माण है। वहीं दूसरी ओर मॉल के मालिकों ने नियमों के विपरीत जाकर दोनों मॉल के बीच सेतु बनाकर नगर निगम की सड़क के ऊपर ही जोड़ दिया है। जबकि यह संभव नहीं है। वहीं दूसरी ओर दोनों मॉल में लोगों के आने जाने के लिए बनाए गए कारिडोर पर नक्शा पास करते समय स्पष्ट निर्देश दिए गए थे यहां किसी प्रकार की दुकानें नहीं लगाई जाएगी। यह मार्ग पूरी तरह खाली रखा जाएगा। इसके विपरीत मॉल संचालकों ने पूरे कारिडोर में 50 से अधिक दुकानें लगा रखी है। जिनसे लाखों रुपए की वसूली अवैध रूप से हो रही है। फायर ब्रिगेड का भी कहना है कि इस प्रकार से दुकानें लगाया जाना किसी दिन अग्निकांड के दौरान बड़े हादसे को जन्म दे सकता है।