15 लाख करोड़ से ज्यादा आय, उम्मीद से ज्यादा

सरकार का खजाना लबालब, इस साल पेट्रोल-डीजल से मन गई दीपावली

नई दिल्ली (दोपहर आर्थिक डेस्क) केन्द्र सरकार का खजाना इस बार उम्मीद से ज्यादा भर रहा है। लक्ष्य से 10 प्रतिशत ज्यादा आय इस बार होने जा रही है। पेट्रोल-डीजल से ही सरकार ने भारी कमाई की है। यह अलग बात है कि लगभग 4 लाख करोड़ रुपया आम लोगों की जेब से निकल गया है। इस वित्तीय वर्ष में सरकार को 15 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर से मिलने जा रहा है। आयकर से इस बार सवा चार लाख करोड़ रुपए से ज्यादा मिलेंगे। सरकार चाहे तो पेट्रोल-डीजल पर तुरंत राहत देने की स्थिति में है, इससे सरकार के राजस्व पर फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि खपत और तेजी से बढ़ जाएगी। तेल कंपनियां अपना मुनाफा कमा ही रही है।
पिछले तीन सालों में महामंदी और उसके बाद महामारी और सैकंड वेब से जहां सरकार के राजस्व को भारी नुकसान हुआ था, वहीं इस साल तेजी से शुरू हुए कारोबार ने सरकार के खजाने को लबालब कर दिया है, बल्कि लबालब से ज्यादा ढुलने लगा है। इस बार सरकार लक्ष्य से 10 प्रतिशत ज्यादा राजस्व प्राप्त करेगी। लंबे समय बाद यानी 10 साल बाद सरकार को लक्ष्य को पार करने में सफलता मिली है। हालांकि सरकार ने 2017-18 जो अनुमान लगाया था, अभी उससे राजस्व कम है। जीएसटी से भी बड़ी राशि इस बार सरकार को मिल रही है। उम्मीद है कि दीपावली के बाद सरकार को जीएसटी से 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा इस माह प्राप्त होंगे, जो अब तक का सर्वोच्च राजस्व होगा। सरकार की अर्थव्यवस्था अब पटरी पर आने के साथ ही सरकार चाहे तो पेट्रोल-डीजल पर फौरी राहत तुरंत दे सकती है। संभवत: सरकार अभी और खजाना भरने के साथ ही अगले साल चुनाव के पहले बड़े राहत के ऐलान करेगी। सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि देश के कारोबार ने पिछले दो माह में बहुत तेजी से अपनी वापसी प्रारंभ कर दी है। उत्पादन और खपत दोनों ही तेजी से बढ़े है।

पांच लाख करोड़ रुपए से ज्यादा बाजारों में आएंगे
नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश में उत्पादन की रफ्तार अब 90 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसी के साथ राहतभरी खबर यह है भी कि खपत भी उतनी ही तेजी से बढ़ी है। त्योहार का पर्व इस साल पूरे उत्साह के साथ मनता दिखाई दे रहा है। पिछले तीन सालों में कोई खरीदी नहीं करने वाले भी इस बार बाजार पहुंच रहे हैं। 61 हजार परिवारों के सर्वे से जो आंकड़ा सामने आया है, वह बता रहा है कि 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा बाजारों में पहुंचने वाले हैं। इस बार सबसे ज्यादा खरीदी सोना-चांदी, इलेक्ट्रानिक आईटम, कपड़े में होगी। कई ब्रांडेड कंपनियां बड़े पैकेज के साथ राहत दे रही है। वहीं सोने-चांदी में भी कई कारोबारी बनवाई में छूट दे रहे हैं। अगले तीन दिन बाजार पूरी तरह भरे रहेंगे। वहीं आनलाइन शापिंग भी डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा की होने की पूरी संभावना है।

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