पेट्रोल में आग : 120 रुपए तक जाएगा

सरकार टैक्स में राहत देने को तैयार नहीं, डीजल 105 की ओर बढ़ना शुरू, आज भी भाव बढ़े

नई दिल्ली (ब्यूरो)। पिछले 5 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि जारी है। आज भी जहां पेट्रोल 25 पैसे और डीजल 30 पैसे महंगा हुआ है, वहीं मध्यप्रदेश के सिवनी में 113 रु. लीटर के पार भाव पेट्रोल के हो गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के भाव 80 डालर तक पहुंच गए हैं। तेल कारोबारी दावा कर रहे हैं कि पूरे विश्व में कच्चे तेल की मांग के चलते अभी 90 डालर तक कच्चे तेल के भाव जाना तय है। यानी अब आने वाले समय मेें पेट्रोल 120 रु. लीटर और डीजल 105 रु. के पार पहुंच जाएगा।
पिछले तीन साल में कच्चे तेल की कीमते अपने ऊंचाई के स्तर को छू रही है। 80 डालर के आसपास आज कीमतें रही। वहीं अक्टूबर के लिए किए जा रहे वायदे सौदों में 12 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई दे रही है। इसका मतलब आने वाले समय में भी राहत की कोई संभावना नहीं है। अगले कुछ दिनों में ही 2 प्रतिशत तक का उछाल आ रहा है। इसका मतलब अब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि का क्रम जारी रहेगा। आज इंदौर में पेट्रोल के भाव 110.75 पैसे हो गए, तो वहीं डीजल के भाव 99.54 पैसे हो गए हैं। सीएनजी भी 66 रु. प्रति किलो हो गई है। उल्लेखनीय है कि तात्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में कच्चे तेल की कीमतें 120 डालर प्रति बैरल के आसपास थी। तब भी पेट्रोल के भाव अधिकतम 80 रुपए के लगभग बने हुए थे। केन्द्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर आम लोगों को राहत देने के लिए तैयार नहीं है। टैक्स में जब तक छूट नहीं मिलेगी, पेट्रोल-डीजल के भाव में कमी नहीं होगी। सरकार ने एक साल में ही आम आदमी पर 45 प्रतिशत की टैक्स वृद्धि कर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी इजाफा करते हुए 11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स वसूली की है। जबकि अभी भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कीमतें सामान्य ही मानी जा रही है। इधर दूसरी ओर देश के हालात सामान्य होते ही अगस्त में भारत में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात किया है। पेट्रोल पर सरकार 32 रु. और डीजल पर 25 रु. टैक्स ले रही है। 31 मार्च 2021 के वित्तीय वर्ष तक केन्द्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी के जरिए पेट्रोल पर 1,01,598 करोड़ रुपये और डीजल पर 2,33,296 करोड़ रुपये की कमाई की है। 2020-21 में मध्यप्रदेश सरकार ने 1188 करोड़ रुपये की अधिक कमाई की है, सरकार पेट्रोल और डीजल के जरिए 11,908 करोड़ रुपये की कमाई पिछले वित्त वर्ष में की है।

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