पौने दो लाख टन कार्बन क्रेडिट से निगम 8.34 करोड़ कमाने वाला देश का पहला शहर बना
3 प्रोजेक्ट में निगम को मिली कार्बन क्रेडिट की यह उपलब्धि
इंदौर। स्वच्छता अभियान के चलते जहां इंदौर की उपलब्धियों हर दिन वृद्धि हो रही है, वहीं दूसरी नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 1 लाख 69 हजार 506 टन कार्बन क्रेडिट को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाजार में उतारकर 8 करोड़ 34 लाख करोड़ की आय हुई। कार्बन क्रेडिट ने इंदौर को अब विश्व स्तर की पहचान दी है। पर्यावरण के क्षेत्र में प्रदूषण से बचाने के लिए कार्बन की मात्रा को लेकर यह उपलब्धि दर्ज की गई है।
नगर निगम की स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के तहत पौने दो लाख टन कार्बन क्रेडिट को बर्लिन की जीओटू मार्केट कंपनी को 8 करोड़ 34 लाख करोड़ रुपए में बेचा गया। नगर निगम को 3 योजनाओं में यह कार्बन क्रेडिट मिली है। इसमें सोलर एर्नेेजी के क्षेत्र में 2001 टन कार्बन क्रेडिट मिली है तो कंपोस प्लांट से 1 लाख 50 हजार 902 टन कार्बन क्रेडिट मिली है। इसके अलावा बायो मिथेन नाइजेशन प्लांट से 7003 टन कार्बन क्रेडिट मिली। इंदौर कार्बन क्रेडिट से कमाई करने वाला देश का पहला शहर बन गया है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी में नंबर 1 के बाद दूसरी बार फिर कार्बन क्रेडिट के क्षेत्र में इंदौर की पहचान बनी है। कार्बन क्रेडिट आय अर्जित करने वाले शहरों में इंदौर सबसे ऊपर आ गया है। निगम आयुक्त ने बताया कि अब संस्थानों को भी कार्बन क्रेडिट अर्जित करने के तरीके बताए जाएंगे। इंदौर के इस माडल पर अब देश के कई और शहर भी काम प्रारंभ करेंगे। इंदौर के लिए यह चौथी बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1 लाख 70 हजार कार्बन क्रेडिट बेचकर 69 लाख रुपए की आमदनी हुई थी। यह दूसरा मौका है जब शहर को कार्बन क्रेडिट में अच्छी आय हुई है।