बाणगंगा थाना क्षेत्र के अपराधी दूसरे थानों में कर रहे हैं अपराध, प्रभारी मंत्री ‘पर भारीÓ है थाना प्रभारी

चेन लूट सहित चाकूबाजी करने वाले बाणगंगा क्षेत्र में नहीं करते हैं अपराध, आरामगाह बना

 

इंदौर। इन दिनों बाणगंगा थाना प्रभारी का रुतबा इतना हो गया है कि उन पर हाथ डालने के लिए प्रभारी मंत्री से लेकर आईजी तक दूरी बनाए हुए है। कल नेपानगर थाना टीआई हीरालाल चौहान को इसलिए निलंबित कर दिया कि उनके क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री के अलावा जुआ, सट्टा, अवैध वसूली की शिकायतें मिली थी।

इधर बाणगंगा में जहरीली शराब से पांच लोगों के अलावा शहर के सबसे बड़े अवैध शराब कारोबारी हेमू ठाकुर, चिंटु ठाकुर जिनके करो़डों के बंगले है, उन पर भी पुलिस कुछ नहीं कर पाई। इधर पिछले दिनों शहर में हत्या और लूट के बाद जमानत पर जेल से छूटे आरोपियों में गुंजा जीतू को भी दूसरे थाने की पुलिस ने पकड़ा है। इस पर 13 अपराध है। वहीं भंवरकुआ थाना ने बाणगंगा के ही कुख्यात अपराधी को चेन चोरी में पकड़ने के बाद 10 से अधिक चेन चुराने का मामला उजागर किया है। इधर दबी जुबान से इंदौर के बड़े अधिकारी बोल रहे हैं यह नियुक्ति संघ के दिग्गजों की है और जिन थानों पर संघ के दिग्गजों द्वारा नियुक्ति करवाई जाती है, वे डीजीपी के बराबरी थाना प्रभारी होते हैं।
एक ओर जहां छोटे मामलों में कई थाना प्रभारी थाने से हट रहे हैं, इसमें जुआ-सट्टा भी शामिल है। जबकि नेपा नगर थाना प्रभारी हीरालाल चौहान को इसलिए हटाया कि उसके खिलाफ अवैध शराब बेचने की शिकायतें आ रही थी। जबकि इंदौर के बाणगंगा थाना प्रभारी राजेन्द्र सोनी के क्षेत्र में सर्वाधिक अपराध करने वाले आरामगाह बनाकर रह रहे हैं। क्योंकि यहां मुख्यमंत्री के सख्त आदेश भी पानी में घोलकर लोगों को पिलाए जा रहे हैं। मजेदार बात यह है कि इसी थाने के कुख्यात अपराधी दूसरे थानों में पकड़ा रहे हैं। इसमें गुंजा जीतू और चेन चुराने वाले भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सपना बार में 4 लोगों की जहरीली शराब पीने से मृत्यु हो गई थी। कुछ लोग कई दिन अस्पतालों में भी भर्ती रहे। इधर पूरे शहर में बाणगंगा से ही अवैध शराब का बड़ा कारोबार चल रहा है। इसमें हेमू ठाकुर पर 30 हजार का इनाम घोषित है। हेमू ठाकुर के थाना प्रभारी से रिश्ते सबको मालूम है। अभी तक एक बार भी बाणगंगा पुलिस ने हेमू ठाकुर के घर पर कार्रवाई नहीं की है। इधर शहर के बड़े पुलिस अधिकारियों में कार्रवाई को लेकर दम इसलिए भी नहीं बचा है कि राजेन्द्र सोनी एकमात्र ऐसे थाना प्रभारी है, जो अपने हिसाब से थाना तय करते हैं। 15 सालों से वे इंदौर में ही क्रीम थानों पर ही पदस्थ रहे हैं। अधिकारी मान रहे हैं कि यह नियुक्ति संघ के बड़े दिग्गज द्वारा करवाई जाती रही है और इसलिए 100-50 अपराध और भी हो जाए तो भी उनकी इच्छा के बिना थाना प्रभारी को हटाया जाना हमारे बूते में नहीं है।

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